कोलकाता। कोरोनावायरस पूरे देश में अपने पैर बेहद तेजी से पसारता जा रहा है। ज्यादातर राज्य इस वायरस के चलते परेशान हैं। कई जगहों पर लॉकडाउन के दौरान प्रशासन को निशाना बनाया गया है। हाल ही में पश्चिम बंगाल के आसनसोल में क्वारंटीन बनाने को लेकर लोगों ने पुलिस और पत्रकारों पर हमला बोल दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, आसनसोल के चुरुलिया इलाके में क्वारंटाइन बनाने को लेकर नाराज स्थानीय लोगों ने सोमवार को जमकर बवाल मचाया। स्थानीय लोग मंगलवार सुबह से ही इलाके में मौजूद एक कॉलेज से क्वारंटीन हटाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे थे, हालांकि कुछ देर बाद इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। इस हिंसा के दौरान जमकर सड़कों पर उतरकर लोगों ने हंगामा काटा।
खबरों के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान जब मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंचा और उनको समझाने का प्रयास किया तो स्थानीय लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। प्रदर्शन में मौजूद लोगों ने पुलिस पर न सिर्फ पत्थर फेंके बल्कि बम और गोलियों से भी हमला किया। लोगों द्वारा किया गया हमला कितना खतरनाक और जानलेवा था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमले में 2 दर्जन से भी ज्यादा पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं।
लोगों ने पुलिस के साथ-साथ पत्रकारों की गाड़ियों को भी नहीं बख्शा और उनमें भी जाकर आग लगा दी। एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लोगों से पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोनायोद्धा बता रहे हैं और उनका सम्मान करने की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस तरह के हमलों से कुछ लोग इन योद्धाओं का मनोबल गिराने का प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इलाके के एक कॉलेज में राज्य सरकार के आदेश के चलते क्वारंटीन सेंटर बनाया गया था, जिसमें 27 लोगों को भर्ती भी कराया गया था। स्थाननीय लोग इसी क्वारंटीन सेंटर और उसमें मौजूद लोगों को हटाने की लगातार मांग पर अड़े हुए हैं। रिपोर्ट्स, के मुताबिक हालात पर मंगलवार दोपहर तक काबू नहीं पाया जा सका था। हालांकि अब पुलिस प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रहा है।