newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Joshimath Demolition: इस वजह से जोशीमठ में होटल गिराने पर लगाई गई रोक, जानें सबकुछ यहां

फ्लोर दर फ्लोर दर होटल को ढहाया जाएगा। होटल से सभी कीमती सामानों को हटाया जा चुका है, ताकि किसी को कोई नुकसान ना पहुंचे। होटल गिराने से पहले लोगों ने अपना  आक्रोश जाहिर कर प्रदर्शन किया था, लेकिन प्रशासन द्वारा बाद में प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की गई।

नई दिल्ली। जोशीमठ में भू-धंसाव की वजह घर सहित अन्य इमारत अब दरकते जा रहे हैं। यह घर कब भरभरा कर गिर जाएंगे, किसी को भी इस बात की खबर नहीं है, जिसे देखते हुए उत्तराखंड की धामी सरकार अब एक्शन मोड में आ चुकी है। लगातार बैठकों का सिलसिला भी जारी है। जोशीमठ के लोगों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित करने का प्लान तैयार किया जा चुका है।  इसके साथ ही पहले रेड जोन के मकानों को ध्वस्त करने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में लोगों के विरोध-प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने महज होटलों को ही ध्वस्त करने का फैसला किया है। इसके साथ ही सरकार की तरफ से स्पष्ट किया जा चुका है कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।

LIVE UPDATE:- 

खबर है कि जोशीमठ में जारी तेज बारिश और बर्फबारी की वजह दोनों होटलों को गिराने की कवायद पर रोक लगा दी गई है। अब इस संदर्भ में कल सीएम धामी की अध्यक्षता अधिकारियों की बैठक होने जा रही है अब इस बैठक में भू-धंसाव के संदर्भ में क्या फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

होटल गिराने की प्रक्रिया शुरू 

प्रदर्शनकारी लोग सीएम धामी से मांग कर रहे हैं कि इन होटलों से कई लोगों की आजीविकाएं चलती हैं, लिहाजा सरकार की तरफ से हम लोगों को मुआवजा देने के प्रति रूख स्पष्ट किया जाए। हालांकि,सरकार की तरफ से दो टूक कहा जा चुका है कि भू धंसाव की चपेट में आए सभी लोगों मुआवजा प्रदान किया जाएगा। ध्यान रहे, इस संदर्भ में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक भी हुई।

वहीं, जोशीमठ के दो हटलों को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जिले में कुल मिलाकर सात होटल हैं, जिसमें से दो हटलों को जमींदोज करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इन दो हटलों में माउंट व्यू और मलारी शामिल हैं। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इन होटलों को एक दिन में ध्वस्त करना मुमकिन नहीं है। इन्हें गिराने में करीबन सात दिन का समय लग जाएगा। इन होटलों से गिराने से पहले पूरी प्रक्रिया तैयार की जा चुकी है।

फ्लोर दर फ्लोर दर होटल को ढहाया जाएगा। होटल से सभी कीमती सामानों को हटाया जा चुका है, ताकि किसी को कोई नुकसान ना पहुंचे। होटल गिराने से पहले लोगों ने अपना  आक्रोश जाहिर कर प्रदर्शन किया था, लेकिन प्रशासन द्वारा बाद में प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की गई। प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया गया कि उन्हें दूसरी जगह घर दिया जाएगा, लिहाजा उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।

ध्यान रहे इससे पहले जब विगत बुधवार को सीएम धामी जोशीमठ पहुंचे थे, तो आक्रोशित लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की थी। हालांकि सीएम ने लोगों से चिंता से विमुक्त रहने के प्रति आश्वास्त किया था। प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारियों को आश्वास्त किया गया। ध्यान रहे, इससे पहले होटल के मालिक ने कहा था कि उन्हें इस संदर्भ में किसी भी प्रकार का नोटिस जारी नहीं किया गया था। यहां तक की होटल मालिक भी इसके लिए तैयार नहीं थे, लेकिन बाद में उन्हें मनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। जोशीमठ में स्थित होटलों को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। कुछ देर ही होटलों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। ध्यान रहे कि इस प्रक्रिया से पहले सीएम धामी जिले के लोगों से भी मिले थे, जिसके बाद प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है।