नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जलपाईगुड़ी के पास आज कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच हुई टक्कर की तस्वीरें और वीडियो देखकर दिल सहम गया। टक्कर के बाद जिस तरह से एक के ऊपर एक बोगियां चढ़ गईं उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक है। वहीं इस हादसे ने कई पुराने ट्रेन एक्सीडेंट की भयावह यादों को एक बार फिर जहन में ताजा कर दिया है। आइए हम आपको बताते हैं कि इससे पहले कब-कब देश में बड़े रेल हादसे हुए और उसमें कितने लोगों ने अपनी जान गंवाई।
पश्चिम बंगाल: अगरतला-सियालदह कंचनजंगा एक्सप्रेस रंगापानी में मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गई। कई यात्री घायल हो गए, राहत और बचाव का काम जारी है। pic.twitter.com/H1Vchm2gQJ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) June 17, 2024
लगभग 1 साल पहले इसी तरह का एक हादसा ओडिशा के बालासोर में हुआ जब 2 जून 2023 को तीन ट्रेनों की टक्कर हो गई। ये टक्कर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई थी। इस भीषण हादसे में लगभग 280 लोगों की मौत हुई थी जबकि 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस दुर्घटना को अबतक की सबसे घातक ट्रेन एक्सीडेंट दुर्घटनाओं में एक माना जाता है।
देश में अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा बिहार में आज से लगभग 40 साल पहले 6 जून, 1981 को हुआ था। पुल को पार कर रही ट्रेन के 9 में से 7 डिब्बे बागमती नदी में समा गए थे। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक इस हादसे में लगभग 300 लोगों की मौत हुई थी जबकि लोगों का कहना है कि इसमें लगभग 750 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इस रेल हादसे को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल हादसा माना जाता है।
VIDEO | Visuals from Kanchanjungha Express and Goods Train collision spot near West Bengal’s New Jalpaiguri.
(Source: Third Party) pic.twitter.com/mLCp9XCO3t
— Press Trust of India (@PTI_News) June 17, 2024
20 अगस्त 1995 को भी रेल इतिहास का एक काला दिन था जब यूपी फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ने खड़ी हुई कालिंदी एक्सप्रेस को टक्कर मार दी थी। इस एक्सीडेंट में लगभग 400 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।
इसके बाद एक बड़ा रेल एक्सीडेंट 26 नवंबर 1998 को पंजाब के खन्ना में हुआ जहां पटरी से उतरे फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के तीन डिब्बों से जम्मू तवी सियालदह एक्सप्रेस टकरा गई। इस दुर्घटना में 212 लोगों की मौत हुई थी।
#WATCH | Wagons of goods train have derailed after the train collided with Kanchenjunga Express at Ruidhasa in Darjeeling district of West Bengal pic.twitter.com/YZ0OmM6Fgd
— ANI (@ANI) June 17, 2024
इस भयावह घटना को हुए एक साल भी नहीं बीता था कि 2 अगस्त 1999 को एक और ट्रेन एक्सीडेंट हो गया। बिहार के कटिहार मंडल के गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस से ब्रह्मपुत्र मेल की टक्कर हो गई। इसमें 285 लोगों की मौत हुई और तकरीबन 300 यात्री घायल हुए थे।