West Bengal: ममता के राज में जल रहा बंगाल, राज्यपाल बोले CM को कुछ दिखाई नहीं देता
West Bengal: राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य में लोग थाने जाने से डर रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस डरी हुई है। मैंने उन्हें वापस आने के लिए प्रोत्साहित किया है, मैं अपने सीने पर गोली लूंगा। मैं सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मुख्यमंत्री से बात करूंगा। उन्हें जनादेश मिला है। सीएम को टकराव छोड़ना चाहिए।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में लगातार हिंसा के मद्देनजर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य जल रहा है, लेकिन सीएम को कुछ दिखाई नहीं देता है। ममता बनर्जी जनमत लेकर सीएम बनी हैं। वह सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन पीड़ितों की रक्षा के लिए अपने सीने पर गोली भी खाने के लिए तैयार हैं। बंगाल से पलायन कर असम के राहत शिविरों में रह रहे हिंसा प्रभावित लोगों से राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को असम के रनपगली और श्रीरामपुर शिविरों का दौरा किया। चुनाव नतीजों के बाद बदला लेने के लिए हुई हिंसा की वजह से बंगाल से भागकर वहां सुरक्षा के लिए शरण लिए लोगों से मुलाकात की। इन शिविरों में बड़ी संख्या में रह रहे बंगाल के लोगों से मिलकर राज्यपाल ने उनका दुख-दर्द साझा किया।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य में लोग थाने जाने से डर रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस डरी हुई है। मैंने उन्हें वापस आने के लिए प्रोत्साहित किया है, मैं अपने सीने पर गोली लूंगा। मैं सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मुख्यमंत्री से बात करूंगा। उन्हें जनादेश मिला है। सीएम को टकराव छोड़ना चाहिए।
All day witnessed such tales of sorrow, grief and horror as victim after victim narrated horrendous post poll retributive violence incidents @MamataOfficial. Helpless victims in crossfire of police @WBPolice and ruling party workers. Will endeavor to deliberate with CM. pic.twitter.com/mwZqVgPdgy
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 13, 2021
उन्होंने कहा, ‘सीतलकुची की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन उन्होंने इसे नरसंहार और कोल्ड-ब्लड हत्या कहा। शपथ लेने के बाद उन्होंने (सीएम) एसआईटी का गठन किया और एसपी को निलंबित किया। मैं सीएम से पूछना चाहता हूं कि जब पूरा राज्य जल रहा है, क्या आप कुछ और नहीं देख सकती?’
असम: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रणपगली में कैंप का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की। चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की वजह से यहां कुछ लोगों ने शरण ली है। pic.twitter.com/gPTX3roTOs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2021
धनखड़ ने कहा, ‘लोगों के घर किस तरह से बर्बाद हुए, व्यापारी संस्थानों का क्या हाल किया गया है। ये सब एक ही कारण से किया गया कि दुनिया के सबसे बड़े प्रजातंत्र में आपने इतनी बड़ी हिमाकत क्यों कर ली कि अपनी मर्जी से वोट दे रहे हो। क्या प्रजातंत्र में वोट देने की सजा मौत है। प्रजातांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात हो रहा है, हम कानून-व्यवस्था से दूर जा रहे हैं। इसकी शुरुआत चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने की, जब उन्होंने पहली बार जनता को चेतावनी दी कि केंद्रीय बल कब तक रहेंगे, उनके जाने के बाद कौन बचाएगा। मुझे उनसे इस प्रकार की उम्मीद नहीं थी।’
#WATCH | West Bengal: A group of people block the path of Governor Jagdeep Dhankhar’s car and raise slogans in Dinhata, Cooch Behar. The Governor is visiting the post-poll violence-affected areas of the district. pic.twitter.com/ceZtbFCaAg
— ANI (@ANI) May 13, 2021
शिविर में रहे लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने दो मई को चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से बंगाल में अपने घर छोड़ दिए हैं। राज्यपाल को सीतलकूची में काले झंडे दिखाए गए जहां चार ग्रामीण चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की गोलीबारी में मारे गए थे जबकि जिले के दिनहाटा में उनके दौरे के वक्त ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए गए।
People have left their houses & are living in jungles. Women tell me, that they (goons) will come there once again and there is such failure of security before the Governor. I’m shocked at it. I can imagine what the people here must be going through: Governor Jagdeep Dhankhar pic.twitter.com/ospYY630bt
— ANI (@ANI) May 13, 2021
इससे पहले राज्यपाल गुरुवार को कूच बिहार में हिंसा प्रभावित इलाकों में गए। यहां उनका विरोध हुआ। यहां उन्होंने कहा, ‘लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और जंगलों में रह रहे हैं। महिलाएं मुझसे कहती हैं कि वे (गुंडे) एक बार फिर वहां आएंगे और राज्यपाल के सामने सुरक्षा की ऐसी विफलता है। मैं इससे हैरान हूं। मैं सोच सकता हूं कि यहां के लोग किस दौर से गुजर रहे होंगे। यह कानून के शासन का पतन है। मैं यह कभी सोच भी नहीं सकता था। मैंने लोगों की आंखों में पुलिस का खौफ देखा है, पुलिस के पास जाने से डरते हैं, उनके घर लूटे गए। मैं वास्तव में हैरान हूं, यह लोकतंत्र का विनाश है।’