नई दिल्ली। दिवाली के पहले कोवैक्सिन (Covaxin) को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। भारत में बनी कोवैक्सिन को बड़ी कामयाबी मिली है। बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसका मतलब ये है कि अब भारत की कोवैक्सिन का टीका लगाने वाले यात्री बिना रोकटोक के किसी भी देश की यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने अब तक 31 दिसंबर 2020 को आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन को सूचीबद्ध किया है। बता दें कि कोवैक्सीन भारत बायोटेक की वैक्सीन है। खास बात ये है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोवैक्सिन को ऐसे वक्त में मंजूरी दी है जब हाल ही में G20 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए मजबूती से पहल की थी, जिसके बाद ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को हरी झंडी दी थी। इसकी जानकारी भारत में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत बैरी ओ’ फैरेल (Barry O’Farrell) ने ट्विटर के जरिए दी थी। बता दें कि ब्रिटेन, सऊदी अरब समेत कई देशों के बाद अब ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भी कोवाक्सिन लगाने वाले यात्री को अपने देश में आने की इजाजत दे दी है।
Bharat Biotech’s Covaxin gets WHO approval for Emergency Use Listing (EUL) pic.twitter.com/zLxcCGYBI2
— ANI (@ANI) November 3, 2021
डब्लूएचओ की मंजूरी मिलने से क्या फायदा होगा
डब्लूएचओ की मंजूरी मिलने के बाद अब भारतीय यात्री दुनिया के किसी भी देश में बिना किसी अवरोध के यात्रा कर सकेंगे। अब भारतीय यात्री को किसी पराए देश जाने पर क्वाराइंटिन नहीं रहना होगा। क्योंकि भारत में बनी वैक्सीन को डब्लूएचओ की तरफ से मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन से पहले दुनिया के कई देश भारत में बनी कोवैक्सीन को पहले ही मंजूरी प्रदान कर चुके थे। जिसमें मैक्सिको, नेपाल, ईरान, मॉरीशश, फिलीपींस, जिम्बाव्बे, ओमान जैसे देश भारतीय वैक्सीन को पहले ही मंजूरी प्रदान कर चुके थे, जिसके बाद कोवैक्सीन लगवा चुके इन देशों की यात्रा सहज ही यात्रा कर सकेंगे।