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Delhi : IGI एयरपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा ! CISF का ASI गैंग का सदस्य बनकर चुराता था मोबाइल-घड़ियां, 4 गिरफ्तार

Delhi : IGI जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 नवंबर को रमेश कुमार ने ई-एफआईआर में कहा कि उनका एक कंसाइनमेंट दुबई जाने वाला था, जिसमें से 19 मोबाइल चोरी हो गए हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से एक बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। दरअसल IGI एयरपोर्ट थाना पुलिस ने एयरपोर्ट के कार्गो परिसर में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सीआईएसएफ (CISF) के एएसआइ ब्रिजपाल सिंह के साथ विवेक, अश्वनी कुमार व राकेश को हिरासत में लिया है। इनके पास से 17 महंगे मोबाइल और 10 स्मार्ट वाच बरामद हुई हैं। विवेक का सैमसंग का अधिकृत आउटलेट है। अश्वनी कुमार और राकेश दिल्ली कार्गो सर्विस सेंटर में लोडर का कार्य किया करते थे।

19 मोबाइल हुए चोरी, दर्ज की गई E-FIR

आपको बता दें कि IGI जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 नवंबर को रमेश कुमार ने ई-एफआईआर में कहा कि उनका एक कंसाइनमेंट दुबई जाने वाला था, जिसमें से 19 मोबाइल चोरी हो गए हैं। फोन को कार्गो परिसर से चोरी किया गया है।

कहां से चुराया गया मोबाइल, मिल गई लोकेशन

गौरतलब है कि ये घटना इसलिए और भी गंभीर हो जाती है क्योंकि इसमें एक प्रसाशन का अधिकारी भी शामिल है। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। साथ ही सभी मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया गया। घटना के कुछ दिनों बाद चोरी किए गए मोबाइल में से कुछ मोबाइल फोन की लोकेशन की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई।

जैसे ही पुलिस को इन लोगों की लोकेशन मिली पुलिस महकमा फौरन एक्शन मोड़ में आ गया। आन फानन में पुलिस ने वहां छापा मारकर एक शख्स को पकड़ा तो उसने कहा कि महिपालपुर स्थित खुशी कम्यूनिकेशन से उसने मोबाइल खरीदे हैं। इसके बाद पुलिस ने विवेक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में विवेक ने पुलिस को बताया कि उसने सैमसंग कंपनी के पांच महंगे मोबाइल एक सीआईएसएफ के जवान से बेहद कम कीमत में खरीदे हैं।

पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी ब्रिजपाल सिंह को हिरासत में ले लिया। उसके पास से एक मोबाइल पाया गया। चोरी के इस मोबाइल का इस्तेमाल वह खुद कर रहा था। पूछताछ में ब्रिजपाल सिंह ने बताया कि आइजीआई एयरपोर्ट पर तैनाती होने के कारण वह दो लोडर के संपर्क में था। दोनों को करीब तीन साल से जानता है। कुछ दिनों पहले वे मेरे पास आए और मोबाइल चोरी के बारे में जानकारी दी।