नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच विवाद और तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। कनाडा द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है। हालांकि, भारत ने इन आरोपों को खारिज कर इसे खालिस्तानियों से प्रेरित बताया है। वहीं, कनाडा के इन आरोपों को भारत ने गंभीरता से लेते हुए भारत में मौजूदा कनाडाई नागरिकों को 10 दिनों के दरम्यान स्वदेश लौट जाने का फरमान सुना दिया था। इतना ही नहीं, भारत ने यह भी कहा था कि अगर कनाडा तय समय पर अपने राजनयिकों को अपने देश नहीं बुलाता, तो राजनयिकों को मिलने वाली सभी सुविधाएं रोक दी जाएंगी। वहीं, आज खबर है कि कनाडा के राजनयिकों को आज बुला लिया गया है, जिस पर आज भारतीय विदेश मंत्रालय की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में क्या कुछ कहा है।
बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, “हमने भारत में कनाडाई राजनयिक उपस्थिति के संबंध में 19 अक्टूबर को कनाडा सरकार का बयान देखा है। हमारे द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति, भारत में कनाडाई राजनयिकों की बहुत अधिक संख्या और हमारे आंतरिक मामलों में उनके निरंतर हस्तक्षेप से समानता की आवश्यकता होती है। नई दिल्ली और ओटावा में पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति। हम इसके कार्यान्वयन के विवरण और तौर-तरीकों पर काम करने के लिए पिछले महीने से कनाडाई पक्ष के साथ जुड़े हुए हैं। इस समानता को लागू करने में हमारे कार्य पूरी तरह से अनुच्छेद 11.1 के अनुरूप हैं। राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन, जो निम्नलिखित कहता है: “मिशन के आकार के बारे में विशिष्ट समझौते की अनुपस्थिति में, प्राप्तकर्ता राज्य को यह आवश्यकता हो सकती है कि मिशन का आकार उसके द्वारा उचित और सामान्य मानी जाने वाली सीमा के भीतर रखा जाए।” प्राप्तकर्ता राज्य की परिस्थितियों और स्थितियों तथा विशेष मिशन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए।” हम समता के कार्यान्वयन को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के उल्लंघन के रूप में चित्रित करने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करते हैं।”
MEA issues statement, “We have seen the Statement by the Government of Canada on October 19 regarding Canadian diplomatic presence in India. The state of our bilateral relations, the much higher number of Canadian diplomats in India, and their continued interference in our… pic.twitter.com/6tKlgepHVG
— ANI (@ANI) October 20, 2023
सनद रहे कि बीते दिनों जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने के बाद स्वदेश लौटे जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने संबोधन में हदरीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। बता दें कि बीते दिनों कनाडा सर्रे स्थित गुरुद्वारे के पास खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि, भारत ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।