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Delhi: सिख राजनीति में होने वाला है बड़ा उलटफेर? अमित शाह के घर हुई गुरुद्वारा कमेटी की टी-पार्टी, अकाली दल को लगेगा झटका

Delhi: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी पर अकाली दल को बहुमत मिलने के बाद भी अभी तक कमिटी नहीं बन पाई है। इसके बीच में ही अकाली दल छोड़कर बीजेपी में आये मनजिंदर सिंह सिरसा ने करीब 20 मेंबर्स के साथ अमित शाह से मिलने पहुंच गये। हालांकि कहा जा रहा है कि गुरुद्वारा कमिटी के जो मेंबरों बैठक में शामिल थे उनका कोई एजेंडा नहीं था

नई दिल्ली। पंजाब की राजनीति में इस वक्त जबरदस्त उठापठक देखने को मिल रही है। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में घमासान, बॉर्डर पर पाकिस्तानी ड्रोन फिर बेअदबी और अब ब्लास्ट केस को लेकर बवाल मचा है। इसी बीच पंजाब से लेकर दिल्ली तक नेताओं के पाला बदलने की क्रिया भी जारी है। कोई किसी पार्टी में आ रहा है तो कोई किसी पार्टी से जा रहा है। वहीं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी पर तीसरी बार अकाली दल ने जीत हासिल की। हालांकि बहुमत मिलने के बाद भी अभी तक कमिटी नहीं बन पाई है। अभी ज्यादा दिन नहीं हुआ है जब अकाली दल के नेता और कमिटी के प्रेजिडेंट रहे मनजिंदर सिंह सिरसा पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इन सबके बीच मनजिंदर सिंह सिरसा की गृह मंत्री के साथ हुई दिल्ली की बैठक काफी चर्चाओं में है। आखिर क्यों दिल्ली में अमित शाह की मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ हुई बैठक को शिरोमणि अकाली दल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

AMIT SHAH

दरअसल दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी पर अकाली दल को बहुमत मिलने के बाद भी अभी तक कमिटी नहीं बन पाई है। इसके बीच में ही अकाली दल छोड़कर बीजेपी में आये मनजिंदर सिंह सिरसा ने करीब 20 मेंबर्स के साथ अमित शाह से मिलने पहुंच गये। हालांकि कहा जा रहा है कि गुरुद्वारा कमिटी के जो मेंबरों बैठक में शामिल थे उनका कोई एजेंडा नहीं था लेकिन एक घंटे तक चली इस बैठक में चर्चा गुरुद्वारा कमिटी चुनावों पर ही हुई है। बैठक में सभी की बातें सुनने के बाद अमित शाह ने इन नेताओं के सामने अपनी बात रखी है।

sirsa

आपको बता दें कि सभी की बातों को सुनने के बाद अमित शाह ने साफ़-साफ़ कहा है कि आप लोग कमिटी बनाएं, ये गुरुद्वारा कमिटी आप लोगों की ही बनेगी। अगर बैठक में शामिल हुए मेंबर्स एकमत होकर एक कमेटी बनाकर बहुतमत साबित कर लेते हैं तो ये अकाली दल के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

akali dal

कहा तो ये भी जा रहा है कि अकाली दल के स्टेट प्रेजिडेंट और कमिटी के मौजूदा महासचिव हरमीत सिंह कालका को बीजेपी के नेता अपनी तरफ खींचने में लगे हुए हैं। अकाली दल छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन करने के लिए कई सिख नेता हरमीत सिंह कालका से कह रहे हैं लेकिन अभी उनकी तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया है। हालांकि चुनाव से ठीक पहले करीब 20 मेंबर्स का अमित शाह के साथ बैठक करना पंजाब की राजनीति में एक बड़ा उथल-पुथल का संकेत दे रहा है।