लखनऊ। लोकसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं बचा है। ऐसे में बीजेपी नेतृत्व अभी से विचार विमर्श कर रहा है कि किस सीट पर सांसद के लिए किस उम्मीदवार को उतार जाए। यूपी पर भी बीजेपी का खास फोकस है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। बीजेपी ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव में वो यूपी की सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। प्रमुख विपक्षी दल सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सभी 80 सीटों पर जीत का दावा किया है। ऐसे में बीजेपी भी ताल ठोक रही है। वो यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर सर्वे करा रही है। पता किया जा रहा है कि बीजेपी के जो सांसद 2014 और 2019 में यूपी से जीते थे, उनकी इस बार जीत की कुव्वत कितनी है।
सूत्रों के मुताबिक काम न करने वाले और सिर्फ नेतागीरी से हौव्वा कायम रखने वाले यूपी के 25 से 30 फीसदी सांसदों के टिकट इस बार बीजेपी काट सकती है। जिन सांसदों का टिकट कटेगा, वहां युवाओं को बीजेपी मौका देगी। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को यूपी में कराए जा रहे सर्वे की रिपोर्ट भेजी जाएगी। फिर सभी बड़े नेता बैठकर ये देखेंगे कि किसे किस सीट से हटाना है और वहां किसे बीजेपी का उम्मीदवार बनाना है। यूपी में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव, 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को जनता ने जमकर वोट दिए थे। 2022 में हालांकि सपा को काफी वोट मिले और उसने 100 से ज्यादा सीटें जीतीं। इसी वजह से बीजेपी कोई भी खतरा नहीं उठाना चाहती।
यूपी के अलावा बीजेपी के नेतृत्व की ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्यों पर भी नजर है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और राजस्थान पर बीजेपी ने टारगेट कर रखा है। इनमें से कई राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। बीजेपी नेतृत्व का इरादा ज्यादा से ज्यादा चुनाव जीतने पर है। ताकि लोकसभा चुनाव में जीत की नींव अच्छी तरह तैयार हो सके।