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चीन विवाद पर केंद्र को नसीहत देने वाले पूर्व पीएम को जेपी नड्डा ने ट्वीट कर दिया मुंहतोड़ जवाब

भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘मनमोहन सिंह उसी पार्टी के हैं जिसने चीन को 43000 किमी जमीन सरेंडर कर दिया था। यूपीए शासन के दौरान बिना लड़े सरकार को सरेंडर करते हुए लोगों ने देखा है। बार-बार सेना को छोटा बताया गया था।’

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। जिसके बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार करते हुए पूर्व पीएम और कांग्रेस को करारा जवाब दिया है। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने लिखित बयान के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न सिर्फ नसीहत दी है बल्कि चेतावनी देते हुए एक्शन की अपील भी की है।

JP Nadda And Manmohan Singh

जेपी नड्डा ने आज एक के बाद एक, कई ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान सिर्फ शब्दों की बाजीगरी है। कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं का व्यवहार ऐसा है जिसे देख किसी भी भारतीय को इस बयान पर भरोसा नहीं होगा। याद रखिए कांग्रेस ने हमेशा सेना पर सवाल उठाए हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘मनमोहन सिंह उसी पार्टी के हैं जिसने चीन को 43000 किमी जमीन सरेंडर कर दिया था। यूपीए शासन के दौरान बिना लड़े सरकार को सरेंडर करते हुए लोगों ने देखा है। बार-बार सेना को छोटा बताया गया था।’

उन्होंने कहा, ‘प्रिय डॉ. सिंह और कांग्रेस पार्टी कृपया हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान करना और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करें। आपने ऐसा एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी किया था। कृपया राष्ट्रीय एकता के सही अर्थ को समझें, विशेषकर ऐसे समय में। इसमें सुधार लाने में अब भी देरी नहीं हुई है।’

कांग्रेस को मायावती की नसीहत

इससे पहले उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीमा विवाद को लेकर मोदी सरकार का समर्थन किया। इशारों-इशारों में कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए मायावती ने केंद्र सरकार का पक्ष लिया है। मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा, अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है। इसके निदान हेतु सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो।

Mayawati Tweet

एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा, ऐसे कठिन व चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के सम्बंध में लोगों व विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है।