नई दिल्ली। पहले तो कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच महज राजनीतिक मसले को लेकर ही जुबानी जंग देखने को मिला करती थी, लेकिन अब यह जुबानी जंग हाथापाई में तब्दील हो चुकी है। अब इन दोनों ही दलों के सियासी नुमाइंदे एक-दूसरे को मारने पर हिंसा करने पर आमादा चुके हैं। इन दलों के नेताओं में न ही कानून का खौफ रह गया है, और न ही कानून का अदब। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले का है, जब गरीब कल्याण कार्यक्रम के दौरान दोनों ही दलों के नेता आपस में भिड़ गए, लेकिन यहां कांग्रेसी नेता भारी पड़ गए और नतीजा यह हुआ कि बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता बुरी तरह कांग्रेसियों के हाथों पिट गए।
बीजेपी नेता पर हमलावर हुए कांग्रेसी नेता
बीजेपी के संगम लाल गुप्ता और उनके समर्थकों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बीजेपी नेता संगम लाल गुप्ता व उनके समर्थकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। आप इन दोनों ही दलों के बीच हुए झड़प की गंभीरता का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि बीच बचाव में आए कार्यकर्ताओं को तो छोड़ दीजिए, बल्कि पुलिस वाले भी घायल हो गए। वहीं, बीजेपी नेता संगम लाल गुप्ता ने कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पहले ये हम पर हमलावर हुए थे। इसलिए हम और हमारे समर्थकों ने विरोध के रूप में यह हमला किया था। वहीं, इस पूरे मामले के संज्ञान में आने के बाद उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर कांग्रेस नेताओं की इस शैली पर सवाल उठाए हैं।
#WATCH | Pratapgarh: A clash broke out b/w supporters of Congress leader Pramod Tiwari & BJP MP Sangam Lal Gupta at ‘Garib Kalyan Mela’ in Sangipur where both leaders were present. MP & his supporters were allegedly chased & beaten by Tiwari’s supporters
(Note: Abusive language) pic.twitter.com/Ra9e1HrxqH
— ANI UP (@ANINewsUP) September 25, 2021
दिनेश शर्मा ने अपने ट्वीट में कहा कि जनपद प्रतापगढ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में भाजपा सांसद एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव श्री संगमलाल गुप्ता जी पर हमला करने वाले गुंडों के ख़िलाफ़ कठोर कारवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं !! एक भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा।
जनपद प्रतापगढ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में भाजपा सांसद एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव श्री संगमलाल गुप्ता जी पर हमला करने वाले गुंडों के ख़िलाफ़ कठोर कारवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं !!
एक भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 25, 2021
वहीं, इस पूरे मामले के संज्ञान में आने बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि, बीजेपी सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका खामियाजा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र बीजेपी सरकार में कानून-व्यवस्था फरार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।’
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है।
जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
कैसे हुआ ये झड़प
कांग्रेस का आरोप है कि प्रतापगढ़ जिले में गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें बीजेपी नेता संगम लाल गुप्ता को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता प्रमोदी तिवारी को भी बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किय गया था। इसके बाद देखते ही देखते कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं एक-दूसरे की प्रतिक्रियास्वरूप नारेबाजी करने लगे तो देखते ही देखते ही एक-दूसरे के प्रति इस कदर हलावर हो गए, कि एक दूसरे को मारने पर ही आमादा हो चुके थे, लेकिन इस बीच कांग्रेस नेता बीजेपी पर भारी पड़ गए जिसके नतीजतन संगम लाल गुप्ता की ये हालत हो गई।