
नई दिल्ली। कर्नाटक में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस सरकार अब राज्य की किताबों से हेडगेवार और वीर सावरकर से जुड़े चैप्टर्स को हटा रही है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बीजेपी के हमले के बाद पलटवार किया है। उन्होंने कहा, हमारा ऐसा मानना है कि भारत और कर्नाटक के सभी स्टूडेंट्स को सावरकर जैसे लोगों को पढ़ने की जगह, बी आर अंबेडकर, वीडी सावरकर, और जवाहर लाल नेहरू जैसे नेताओं को पढ़ने की जरूरत है। सभी विद्यार्थियों को उनके विचारों को समझना चाहिए।
#WATCH | Karnataka Syllabus Controversy: “We believe students of India and Karnataka should study about (BR) Ambedkar, Jawaharlal Nehru and Mahatma Gandhi’s ideology rather than studying about KB Hedgewar and Veer Savarkar’s ideology…Nitin Gadkari is saying so because he is… https://t.co/i3fP5YYYXi pic.twitter.com/NU4y24RtUr
— ANI (@ANI) June 18, 2023
इसके साथ ही कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह नितिन गडकरी के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं, जिसके कारण वे आएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं। वल्लभ ने आगे बढ़ते हुए प्रश्न उठाए कि हम कैसे वह विचारधारा प्रोत्साहित करेंगे, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पांच दिन पहले ही अपने बयान में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देश का वीर करार दिया था।

गौर करने वाली बात ये है कि नितिन गडकरी ने ये बयान 17 जून को नागपुर में दिया था, जब वो वी.डी. सावरकर पर आधारित एक पुस्तक के विमोचन समारोह में श्रोताओं को संबोधित कर रहे थे। उनके भाषण के दौरान, उन्होंने निराशा जताते हुए कहा, “यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि स्कूल सिलेबस से डॉ. हेडगेवार और वीर सावरकर से जुड़े चैप्टर्स को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने हटाया है। इससे अधिक कष्टदायक बात मुझे कुछ और नजर नहीं आती है।” उन्होंने वीर सावरकर को एक समाज सुधारक भी बताया। नितिन गडकरी ने ये भी कहा कि जिन लोगों ने दोनों नेताओं को चैप्टर्स से हटाया है वो वीर सावरकर और हेगडेवार के विषय में कुछ नहीं जानते हैं।