नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों की सूची जारी की है। इस सूची में कई नए नाम जोड़े गये हैं जबकि कई पुराने और चर्चित नामों को बाहर कर दिया गया है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई टीम का ऐलान किया है। इसमें 80 सदस्यों को जगह मिली है। खास बात ये है कि भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में वरिष्ठ नेताओं की जगह दी गई है, जिसमें वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी शामिल है, जबकि सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी,पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी और सुब्रह्मण्यम स्वामी को जगह नहीं दी गई है।
सुब्रह्मण्यम स्वामी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर
सुब्रह्मण्यम स्वामी पिछले कई दिनों से विभिन्न मुद्दों को लेकर सार्वजानिक तौर पर सरकार की खिंचाई करते हुए दिखाई दे रहे थे। इसी बीच उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर करना शायद ये संकेत है कि पार्टी में रहकर सरकार को सार्वजनिक तौर पर घेरने की कोशिश बर्दास्त नहीं की जाएगी। इतना ही नहीं, वरुण गांधी भी पिछले काफी वक्त से पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयानबाजी करते हुए सुने गये। इन दोनों ही नेताओं ने अपने बयानबाजी से पार्टी को असहज महसूस करवाया है।
राष्ट्रीय कार्यसमिति में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हैं।
बता दें कि वरुण गांधी लगातार कृषि कानून और लखीमपुर खीरी मामले को लेकर केंद्र और योगी सरकार पर निशाना साध रहे है। ऐसा माना जा रहा है कि इसी के चलते वरुण गांधी और मेनका गांधी को इस सूची से बाहर रखा गया है।