लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के करीब आने के साथ ही बीजेपी बनाम विपक्षी दलों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में दो दिग्गज नेताओं ने बयानों के जमकर तीर चलाए। ये नेता थे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा। प्रियंका गांधी पूरे डेढ़ साल बाद यूपी की जमीन पर दिखाई दीं। वह शुक्रवार को लखनऊ आईं। इसी दिन यूपी बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी थी। इसी बैठक को दिल्ली से वर्चुअल तरीके से जेपी नड्डा ने संबोधित किया। अपने इस संबोधन में नड्डा के निशाने पर प्रियंका रहीं। प्रियंका कभी-कभार ही यूपी में नजर आती हैं और अपनी राजनीति सेट करने की कोशिश करती हैं। जिसकी वजह से बीजेपी अध्यक्ष ने उन्हें “राजनीतिक पर्यटक” करार दिया।
नड्डा ने प्रियंका का नाम लिए बगैर कहा कि ये राजनीतिक पर्यटक सियासत को घूमने-फिरने का जरिया बनाते हैं। ऐसे लोग बीजेपी की तरह सेवाभाव नहीं जानते और इसी वजह से सत्ता से बाहर रहते हैं। बता दें कि प्रियंका गांधी कई बार यूपी में हुई कुछ घटनाओं के मसले पर आती रही हैं, लेकिन मौके पर पहुंचकर बिना जानकारी जुटाए वह बयानबाजी कर अपना एजेंडा सेट करने की कोशिश करती हैं। उदाहरण के तौर पर हाथरस की घटना के संबंध में उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाने की कोशिश की। जबकि, जांच में खुलासा हुआ कि ये घटना एक तरफा प्रेम प्रसंग से जुड़ी थी।
आज की बात करें, तो प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी गई हैं। जहां वह उन दो महिलाओं से मुलाकात करेंगी, जिनसे पंचायत चुनाव के दौरान बदसलूकी हुई। जांच में पता चला है कि एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों ने महिलाओं से बदसलूकी की थी। बावजूद इसके प्रियंका गांधी कई बार ट्वीट कर पूरे मामले को बीजेपी से जोड़ने की कोशिश करती रही हैं।