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UP Election results: जिस लखीमपुर ने हिला दिया था पूरे देश को वहां बीजेपी ने कर दिया ‘खेला’

UP Election results: चुनाव के परिणामों से बीजेपी ने एक बार फिर से अपना लोहा मनवाया है और यह साबित किया है कि जनता की पसंद फिलहाल वही है। इस बीच लखीमपुर खीरी अब एक बार फिर से चर्चा में है। कुछ माह पहले तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे वाले कांड से लगातार चर्चा में रहे लखीमपुर खीरी में बीजेपी ने अप्रत्याशित प्रदर्शन किया है।

नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का आज परिणाम लगभग घोषित हो चुका है, हालांकि कुछ सीटों पर अभी भी काउंटिंग चल रही है। एकाध घंटे में सारी तस्वीरें साफ हो जाने वाली है। चुनाव के परिणामों से बीजेपी ने एक बार फिर से अपना लोहा मनवाया है और यह साबित किया है कि जनता की पसंद फिलहाल वही है। इस बीच लखीमपुर खीरी अब एक बार फिर से चर्चा में है। कुछ माह पहले तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे वाले कांड से लगातार चर्चा में रहे लखीमपुर खीरी में बीजेपी ने अप्रत्याशित प्रदर्शन किया है। बीजेपी ने लखीमपुर खीरी जिले के आठों सीट पर जीत दर्ज कर ली है। ये यकीनन अप्रत्याशित जीत है जिसका आंकलन किसी ने भी नहीं किया था।

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लखीमपुर खीरी में बीजेपी का क्लीन स्वीप

बता दें कि लखीमपुर खीरी में आठ विधानसभा सीटें है, जैसे पलिया, निघासन, गोला गोकर्णनाथ, श्री नगर, धौरहरा, लखीमपुर, कसता और मोहम्मदी। बीजेपी ने इन सभी सीटों पर धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए क्लीन स्वीप कर दिया है। हालांकि, चुनाव से पहले राजनीतिक विश्लेषक यह मान कर चल रहे थे कि बीजेपी को यहां 2017 वाला अपना प्रदर्शन दोहराने का मौका नहीं मिलेगा क्योंकि किसान आंदोलन, टेनी के बेटे वाला कांड से लोगों में काफी नाराजगी थी। हालांकि, अब जबकि परिणाम सामने हैं तो यह मानना होगा कि लोगों के ये सारे मुद्दे गौण हो गए और बीजेपी अपना विकास कार्य लोगों को समझाने में कामयाब रही।

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एक बार फिर से मोदी-योगी की कायम हुई बादशाहत

मोदी-योगी की जोड़ी वर्तमान में अभेद्य जोड़ी बन गई है। विपक्षियों के तमाम कूदफांद के बावजूद वो सूत्र निकल नहीं रहा है कि कैसे भाजपा को रोका जाए? लेकिन लोग जानते हैं कि हमारे लिए मेहनत कौन कर रहा है। एसी में बैठकर विरोध प्रदर्शन को अपना पेशा बना लेने वाली विपक्षी पार्टियां यदि बीजेपी नेताओं के मेहनत के एक चौथाई भी मेहनत कर लें तो उनकी यह दशा शायद कुछ सुधर जाए। बहरहाल, बीजेपी की इस प्रचंड जीत से एक बात तो तय हो गई है कि मोदी-योगी ब्रैंड का असर जनता पर अभी भी सिर चढ़कर बोल रहा है, और बोले भी क्यों न, जनता जानती है कि पीएम मोदी के रूप में उनके पास एक देवदूत पहुंचा हुआ है जो उन्हें हरेक मुसीबतों से बचाने के लिए जी-जान लगाने से भी पीछे नहीं हटता। ताजा उदाहरण यूक्रेन में फंसे भारतीय लोग थे जिनके सुरक्षित वापसी के लिए पीएम मोदी ने दिनरात एक कर दिया था।