नई दिल्ली। चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने सियासी गलियारों में भूचाल मचा दिया। दरअसल, ईडी ने दावा किया है कि महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स ने सीएम भूपेश बघेल को 506 करोड़ रुपए दिए हैं। दावा है कि इन रूपयों का इस्तेमाल आगामी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किए जाने की योजना थी। मुख्यमंत्री को यह रुपए असीम दास के जरिए सीएम भूपेश बघेल को दिए गए थे। ईडी ने असीम दास सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी से पूछताछ का सिलसिला जारी है। उधर, कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इन्हें राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया है। वहीं, बीजेपी अब इस पूरे मसले को लेकर बघेल सरकार पर हमलावर हो चुकी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने इस पर क्या कुछ कहा है?
“On Nov 2, Directorate of Enforcement (ED) received intelligence input that a large amount of cash is being moved in Chhattisgarh by the promoters of Mahadev APP in relation to Assembly Elections scheduled on 7th & 17th of November, 2023. ED conducted searches at Hotel Triton and… https://t.co/fmcV3TlRYk pic.twitter.com/HHokYbv95I
— ANI (@ANI) November 3, 2023
बता दें कि रमन सिंह ने इस पूरे मसले पर अपना बयान जारी कर कहा कि, ‘राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है। छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल? अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं।
राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है।
छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ @bhupeshbaghel ?
अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे… pic.twitter.com/E3OwcIh6xV
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 3, 2023
ध्यान दें कि छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होने हैं। वहीं, चुनावी नतीजों की घोषणा आगामी 3 दिसंबर को होगी। ऐसे में चुनाव से पहले ईडी के इस दावे ने सीएम बघेल को सवालों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि, कांग्रेस लगातार कह रही है कि केंद्र की मोदी सरकार चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दलों की आवाज को दबाने के मकसद से केंद्रीय जांच एजेंसियों का दरुपयोग कर रही है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में ईडी की ओर से क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।