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Brij Bhushan Singh: ‘दबदबा है और दबदबा रहेगा’, वाले पोस्टर पर बृजभूषण ने तोडी चुप्पी, जानिए क्या कहा?

Brij Bhushan Singh: हालांकि, बाद में उन्होंने इस पोस्टर को हटा दिया था। उनसे जब बाद में सवाल किया गया कि आखिर आपने क्यों इस पोस्टर को हटा लिया, तो इस पर उन्होंने कहा कि इस पोस्टर पर अहंकार की बू आ रही थी, जिसे ध्यान में रखते हुए हमने इस हटा लिया।

नई दिल्ली। कभी आंसू तो कभी आक्रोश के सहारे पहलवानों ने सरकार को मजबूर कर ही दिया कि वो फेडरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, जिसका नतीजा हुआ कि आज खेल मंत्रालय ने संजय सिंह को निलंबित कर दिया। बता दें कि बीते दिनों हुए चुनाव में संजय ने जीत हासिल की थी, जिसके बाद उन्हें फेडरेशन का अध्यक्ष बनाया गया था, जिस पर बृजभूषण के खिलाफ आंदोलित पहलवानों ने आपत्ति जताई थी। साक्षी मलिक ने संजय सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था, तो वहीं पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटा दिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने पहलवानों द्वारा झेले गए अब तक के यातनाओं का जिक्र था।

उधर, आज जब खेल मंत्रालय ने संजय सिंह को उनके पद से निलंबित किया था, तो पलहवानों ने इसका समर्थन किया था और कहा कि आज पहली दफा हमारे साथ कुछ अच्छा हुआ है। यह जानकर मुझे खुशी हो रही है। उधर, संजय को निलंबित किए जाने के बाद बृजभूषण बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे। जहां उनकी नड्डा से मुख्तलिफ मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई, लेकिन बृजभूषण ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन मुद्दों का कतई जिक्र नहीं किया, जिस पर उनकी नड्डा से मुलाकात हुई थी। आइए, जरा आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

दरअसल, बृजभूषण ने मीडिया से प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि, ‘मैं अब कुश्ती से संन्यास ले चुका हूं। मेरा अब कुश्ती से कोई लेना देना नहीं है। मैंने 12 साल तक कुश्ती के लिए काम किया था। अब कितना अच्छा किया और कितना बुरा। इसका मूल्यांकन तो समय करेगा, लेकिन एक बात अब मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि ना ही मेरा अब कुश्ती से कोई लेना-देना है और ना ही फेडरेशन से। कुछ महीने बाद लोकसभा के चुनाव भी होने हैं। ऐसे में बहुत सारे काम हैं, जिन्हें मुझे पूरा करना है, लिहाजा मैंने अब कुश्ती से संन्यास लेने का फैसला किया है। मैंने अपनी जिंदगी का लंबा वक्त कुश्ती को दिया है।


इस बीच उनसे उनके पोस्टर को लेकर भी सवाल किया गया था, जिसमे लिखा था कि ‘दबदबा है और दबदबा रहेगा’। हालांकि, बाद में उन्होंने इस पोस्टर को हटा दिया था। उनसे जब बाद में सवाल किया गया कि आखिर आपने क्यों इस पोस्टर को हटा लिया, तो इस पर उन्होंने कहा कि इस पोस्टर पर अहंकार की बू आ रही थी, जिसे ध्यान में रखते हुए हमने इस हटा लिया। उधऱ, संजय सिंह ने खेल मंत्रालय के फैसले के विरोध में कोर्ट का रूख करने का ऐलान किया है। इस बीच जब उनसे इस पर सवाल किया, तो उन्होंने कोई भी बयान देने से साफ इनकार कर दिया।