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Devkinandan Thakur: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर को सऊदी अरब से आया धमकी भरा कॉल, गालियां देने के बाद बोला- जिंदा…

देवकीनंदन ठाकुर हिंदुत्व का मुखर होकर प्रचार करते हैं। वो कथावाचन के अलावा कई टीवी डिबेट में भी दिखते हैं। इन जगहों पर वो अपने धर्म और मंदिरों को लेकर हो रहे वाद-विवाद में हिस्सा लेते हैं। ताजा धमकी के बाद देवकीनंदन महाराज ने कहा है कि वो किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं बोलते।

मुंबई। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर को जान से मारने की धमकी दी गई है। बताया जा रहा है कि धमकी का फोन सऊदी अरब से आया था। जिसके बाद मुंबई पुलिस ने देवकीनंदन ठाकुर की सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस पड़ताल कर रही है कि कथावाचक को फोन किसने किया था। देवकीनंदन ठाकुर कथावाचक के साथ ही वृंदावन में ठाकुर श्री प्रियाकांत जू मंदिर के संस्थापक भी हैं। उनकी कथा सुनने के लिए हजारों की तादाद में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं। देवकीनंदन ठाकुर ने पुलिस को जानकारी दी है कि सऊदी अरब से आए धमकी भरे फोन में पहले जमकर गालियां दी गईं। फिर कॉलर ने धमकी दी कि उनको चौक पर जिंदा जलाकर मारा जाएगा।

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देवकीनंदन ठाकुर इस वक्त मुंबई के खारघर में श्रीमद्भागवत कथा का रोज पाठ कर रहे हैं। पुलिस ने उनकी कथा के दौरान पंडाल में सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था की है। इस साल अप्रैल में भी मुंबई के वाशिम में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकालने के बाद दुबई से धमकी भरा फोन किया गया था। देवकीनंदन ठाकुर के मंदिर में एक मुस्लिम संगठन के नाम से चिट्ठी भी भेजी गई थी। उस चिट्ठी में हिंदुत्व का प्रचार न रोकने पर नरसंहार की चेतावनी दी गई थी। इसके अलावा कथावाचन के लिए दिल्ली जाते वक्त देवकीनंदन की गाड़ी को रोककर हमला करने की कोशिश भी हो चुकी है।

देवकीनंदन ठाकुर हिंदुत्व का मुखर होकर प्रचार करते हैं। वो कथावाचन के अलावा कई टीवी डिबेट में भी दिखते हैं। इन जगहों पर वो अपने धर्म और मंदिरों को लेकर हो रहे वाद-विवाद में हिस्सा लेते हैं। ताजा धमकी के बाद देवकीनंदन महाराज ने कहा है कि वो किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं बोलते। सनातन धर्म और हिंदुत्व की संस्कृति के प्रसार से पीछे नहीं हटेंगे। कथावाचक ने कहा है कि हम किसी को मिटाने नहीं, बल्कि संस्कारों को बचाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी और महाराष्ट्र की सरकारों से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा है कि सनातन की आवाज रुकनी नहीं चाहिए।