लखनऊ। विधानसभा चुनाव के दौरान यूपी के तमाम शहरों में अति उत्साह के कारण अफसरों की गाड़ियां चेक करने वाले सपाइयों पर कानून का डंडा चल गया है। ऐसे सपा कार्यकर्ताओं पर दर्जनों की संख्या में मुकदमे दर्ज हुए हैं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक हापुड़ में 36, सहारनपुर में 15, बस्ती में 100, गोरखपुर में 100, बलिया में 29, वाराणसी में 640 और आगरा में 85 सपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। जल्दी ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजने की तैयारी पुलिस कर रही है। बता दें कि यूपी चुनाव के दौरान सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे उन जगहों पर सतर्क नजरें रखें, जहां काउंटिंग होनी है। अपने अध्यक्ष के इस निर्देश और प्रदेश में सपा की सरकार बनने के अंदाजे के तहत सपाइयों ने उन अफसरों की गाड़ियां रोकनी शुरू कर दी, जहां ईवीएम रखे गए थे।
सपाई इतने बेलौस हो गए थे कि उन्होंने आगरा के डीएम की गाड़ी तक रोककर उसकी छानबीन की थी। एक वीडियो ऐसा भी आया था, जिसमें सपा के कार्यकर्ता कूड़ा ढोने वाली गाड़ी को चेक करते दिखे थे। अब यही अति उत्साह सपाइयों पर भारी पड़ रहा है और उनके जेल जाने की नौबत आ गई है। आगरा में तो डीएम से सपाइयों ने बदसलूकी तक की थी। गाड़ी कि चेकिंग के नाम पर वो डीएम से भिड़ गए थे और उनकी गाड़ी का दरवाजा तक खोल लिया था। डीएम ने इस पर आपत्ति जताई थी, तो सपाइयों ने कहा था कि वे बगैर गाड़ी चेक किए जाने नहीं देंगे।
इससे पहले सपा के तमाम नेताओं ने सरकारी गाड़ी में हथौड़ा और प्लास रखे होने पर भी हंगामा किया था और ईवीएम में इनके जरिए छेड़छाड़ करने की कोशिश का आरोप लगाया था। वाराणसी में एक गाड़ी में ट्रेनिंग के लिए ले जाई जा रही ईवीएम को भी उन्होंने मुद्दा बनाकर जमकर हंगामा किया था।