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New Parliament Inauguration: CM हिमंत सरमा ने आंकड़े देकर कांग्रेस समेत विपक्ष को दिखाया आईना, खोली बहिष्कार की पोल

New Parliament Inauguration: सीएम हिमंत सरमा ने अपने ट्वीट में विपक्षी दलों को उदाहरण देते हुए क्लास लगाई। सरमा ने बताया कि, 2014 में यूपीए के मुख्यमंत्री ने असम और झारखंड में विधानसभा की बिल्डिंग का उद्घाटन किया था उसमें राज्यपाल को निमंत्रण नहीं किया था। इसके अलावा 2018 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नए विधानभवन की उद्घाटन किया था जिसमें गवर्नर को आमंत्रण नहीं किया।

नई दिल्ली। 3 दिन के बाद यानि 28 मई को देश नई संसद देखेगा। रविवार को देश को नई संसद मिलने जा रही है। करीब एक हजार करोड़ की लागत से नई संसद लगभग ढाई साल में बनकर तैयार हुई है। ये देश के लिए फर्क और गौरव की बात है। लेकिन ये गौरव का विषय इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। वजह है 19 विपक्षी दलों ने नई संसद के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे। इन सभी दलों का आरोप है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार करते हुए पीएम मोदी के हाथों नए सांसद  उद्घाटन होगा। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर मचे बवाल के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने आंकड़े देकर कांग्रेस समेत विपक्ष दलों को आईना दिखाया है। इसके साथ ही सरमा ने पीएम की बजाय राष्ट्रपति द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन करने पर भी विपक्ष को आड़े हाथों लिया।

modi in new parliament

सीएम हिमंत सरमा ने अपने ट्वीट में विपक्षी दलों को उदाहरण देते हुए क्लास लगाई। सरमा ने बताया कि, 2014 में यूपीए के मुख्यमंत्री ने असम और झारखंड में विधानसभा की बिल्डिंग का उद्घाटन किया था उसमें राज्यपाल को निमंत्रण नहीं किया था। इसके अलावा 2018 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नए विधानभवन की उद्घाटन किया था जिसमें गवर्नर को आमंत्रण नहीं किया। साल 2020 में सोनिया गांधी ने विधानसभा का शिलान्यास किया था राज्यपाल को नहीं बुलाया। वहीं 2023 में तेलंगाना के सीएम द्वारा असेंबली का उद्घाटन किया था। उस वक्त राज्यपाल को नहीं बुलाया गया था।

इसके अलावा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूरी बनाने वाले विपक्षी को निशाने पर लेते हुए कहा, ”बहिष्कार तो होना ही था। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि भवन का निर्माण इतनी जल्दी पूरा हो जाएगा। सिर्फ अपना चेहरा बचाने के लिए बहिष्कार का नाटक कर रहे हैं।” बता दें कि रविवार 28 मई को पीएम नरेंद्र मोदी देश को नई संसद समर्पित करेंगे।