लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) 15 अगस्त को यूपी के लोगों को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। इस तोहफे के जरिए वह यूपी को पूरब से पश्चिम तक जोड़ने जा रहे हैं। इससे पूर्वांचल से पश्चिमी यूपी में जाना और आसान हो जाएगा। योगी का यह तोहफा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे। इसकी आधारशिला साल 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी ने रखी थी। तीन साल के भीतर ही इसे सीएम योगी ने तैयार करवा दिया है। योगी आदित्यनाथ का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसका काम यूपी के प्रमुख सचिव गृह और यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी देख रहे थे। उन्होंने दिन-रात एक करके पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को पूरा कराया है।
रविवार को अवनीश अवस्थी लखनऊ से आजमगढ़ तक इस एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करते हुए गए। सुबह करीब 11 बजे लखनऊ से वह चले और दोपहर साढ़े तीन बजे आजमगढ़ पहुंचे। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूरी तरह तैयार है। कुछ काम अभी बाकी है। उसे भी अगले महीने के पहले हफ्ते तक हर हाल में पूरा करा लिया जाएगा।
कुल 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़ और मऊ से होते हुए गाजीपुर तक जाएगा। लखनऊ से इसकी कनेक्टिविटी आगरा एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली तक हो जाएगी। इससे आजमगढ़ से लखनऊ तक करीब चार घंटे और फिर यहां से दिल्ली तक साढ़े चार घंटे में पहुंचा जा सकेगा। यानी सुदूर पूर्वांचल से यूपी के पश्चिमी इलाकों और दिल्ली तक पहुंचने में करीब साढ़े आठ घंटे का वक्त लगेगा।
योगी सरकार ने यह भी तय किया है कि एक्सप्रेस-वे के किनारे, जहां भी किसान राजी होंगे, वहां फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री समेत अन्य उद्योग लगाए जाएंगे। इससे किनारे बसे गांवों के युवाओं को वहीं रोजगार मिल जाएगा। माना जा रहा है कि पूर्वांचल का विकास इस एक्सप्रेस-वे के जरिए हो सकेगा। बता दें कि पूर्वांचल के विकास के लिए योगी आदित्यनाथ लगे हुए हैं। उन्होंने यहां के लिए कई परियोजनाएं शुरू कराई हैं। इससे पहले यूपी की किसी भी सरकार ने पूर्वांचल के विकास पर ध्यान नहीं दिया था। इस वजह से यहां के लोग रोजगार के लिए लखनऊ, दिल्ली और यहां तक कि कोलकाता तक जाते थे।