लखनऊ। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकास की दृष्टि से पिछड़े बलरामपुर को सवा पांच सौ करोड़ की सौगात दी है। बता दें कि जिले की पुलिस लाइन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने बलरामपुर में 67 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें बलरामपुर नगरपालिका परिषद में 124 करोड़ रुपये की लागत से सीवरलाइन बिछाने की योजना सबसे महत्वपूर्ण है। विकास के लिहाज से योगी सरकार कोरोना काल में भी लगातार तेजी के साथ कार्य कर रही है। चाहे विकास से संबंधित निर्माण कार्य हों या फिर युवाओं को रोजगाग देने का मामला हो, योगी सरकार तत्पर नजर आ रही है। गौरतलब है कि शनिवार को सीएम योगी ने शनिवार को बलरामपुर में जिन परियोजनाओं को लोकार्पित किया है उनमें तीन राजकीय उच्चीकृत माध्यमिक विद्यालय क्रमशः धर्मपुर, बिराहिमपुर व रमनगरा में, राजकीय पॉलिटेक्निक उतरौला बलरामपुर में 60 बेड वाले छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रजवापुर विकास खण्ड, तुलसीपुर, पचपेड़वा में मिनी स्टेडियम, पं दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय, बालापुर शामिल है।
इसके साथ हीसीएम योगी ने सेफ सिटी परियोजना के प्रथम चरण में वीमेन पॉवर लाइन 1090 और यूपी 112 का एकीकरण, 25 पिंक बूथ निर्माण, 80 टर्मिनल काल सेंटर एवं डाटा विश्लेषिकी केंद्र का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जिन 52 परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी गई है। उनमें नगरपालिका परिषद बलरामपुर में 124 करोड़ रुपये के खर्च से सीवरलाइन बिछाने का काम, घुग्घुलपुर बलरामपुर में 121 करोड़ की लागत से 220 किलोवॉट का विद्युत उपकेंद्र की स्थापना, 16 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण, रेहरा ब्लॉक के ग्राम देउरी में महिलाओं के लिए आईटीआई की स्थापना, 12 करोड़ के खर्च से राजकीय महाविद्यालय गैसड़ी के भवन निर्माण कार्य जैसे बहुआयामी, जनहितकारी कार्य शामिल हैं।
आपको बता दें कि सीएम योगी ने इससे पहले शुक्रवार को बलरामपुर जिले में किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ के सेटेलाइट सेंटर ‘अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सा परिसर’ के अंतर्गत 300 शैय्यायुक्त चिकित्सालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। विकास परियोजनाओं को जनता को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ हमारे लिए महज नारा नहीं मिशन है। विकास की दृष्टि से पिछड़ा बलरामपुर जनपद आकांक्षात्मक जनपद की श्रेणी में है। इसके विकास के लिए वर्तमान राज्य सरकार मनोयोग से कार्य कर रही है। अब बलरामपुर भी विकास की दौड़ में विकसित जिलों से होड़ लेगा।