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UP: CM योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट बनकर तैयार, 5000 करोड़ की लागत से बना पहला ‘डेटा सेंटर’

UP: इस पार्क का लोकार्पण अगले महीने यानी अगस्त में स्वतंत्रता दिवस के बाद होने की संभावना है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा किया जा सकता है। गौरतलब है कि डेटा सेंटर का शिलान्यास दिसम्बर 2020 में ही हो गया था।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में CM योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘डेटा सेंटर’ बनकर तैयार हो चुका है। इसे बनाने में ₹5000 करोड़ की लागत आई है। करोड़ों की लागत से तैयार ये पहला डेटा सेंटर पार्क है। हीरानंदानी समूह द्वारा विकसित करीब 03 लाख स्वायर फ़ीट परिसर में फैले इस डेटा सेंटर पार्क को बनाने में मात्र 24 माह का समय लगा है। मिली जानकारी के अनुसार, इस पार्क का लोकार्पण अगले महीने यानी अगस्त में स्वतंत्रता दिवस के बाद होने की संभावना है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा किया जा सकता है। गौरतलब है, कि डेटा सेंटर का शिलान्यास दिसम्बर 2020 में ही हो गया था।

ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में लाइव होने के लिए तैयार इस अत्याधुनिक डेटा सेंटर की फर्स्ट बिल्डिंग को “योट्टा डी-1” नाम दिया गया है। इस एक डेटा सेंटर बिल्डिंग की कुल क्षमता 5000 सर्वर रैक है, साथ ही इसमें 28.8 मेगावॉट आईटी पॉवर की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे तकरीबन 48 घंटे का आईटी पॉवर बैकअप मिल सकेगा। परियोजना के मुताबिक, इस स्थान पर कुल 06 डेटा सेंटर बिल्डिंग बनाना प्रस्तावित है।

जिसके बाद सर्वर रैक की क्षमता कुल 30 हजार होगी। साथ ही करीब 250 मेगावॉट बिजली का उत्पादन भी हो सकेगा। इसके अलावा, ये प्रोजेक्ट रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। इस परियोजना में करीब 4,000 लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा। ज्ञात हो, कि डाटा सेंटर नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर का एक बड़ा समूह होता है, जिसका उपयोग बड़ी मात्रा में डाटा भंडारण, प्रोसेसिंग व वितरण के लिए कंपनियों द्वारा किया जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, बैंकिंग, खुदरा, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा/पर्यटन और अन्य ट्रांजेक्शन से एक बड़े स्तर पर डाटा उत्पन्न होता है। देश में डाटा सेंटर के निर्माण से इस डाटा को भारत में ही स्टोर किया जा सकेगा, जबकि अभी तक देश का अधिकतर डेटा देश के बाहर संरक्षित किया जाता है। अमेजॉन, एपल, गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों की वित्तीय मजबूती में डेटा का एक बड़ा योगदान है।