कोलकाता। पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई। इसमें सभी दलों ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर एक-दूसरे के समर्थन की बात कही, लेकिन विपक्षी दलों के बीच सहयोग और समर्थन का ये फैसला कुछ घंटे में ही पश्चिम बंगाल में टूटता दिखा। बंगाल में कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी पार्टी और सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की टीएमसी के बीच किसी भी सहयोग के आसार को हवा में उड़ा दिया। अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी और कांग्रेस के बीच लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह के गठबंधन को लेकर साफ कहा कि इस बारे में बंगाल में कुछ भी नहीं हो रहा है।
बंगाल में ममता और कांग्रेस के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। दोनों दलों के बीच टकराव अब और तेज हुआ है। वजह ये है कि ममता की पार्टी टीएमसी ने बंगाल में कांग्रेस के एकमात्र विधायक को तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। इससे अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस के अन्य नेता टीएमसी से भड़के हुए हैं। अधीर रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार ने कांग्रेस को न्योता दिया और विपक्ष की बैठक में हम गए। वहां ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का अभिवादन किया। इससे ज्यादा और क्या है? अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी की तरफ से कांग्रेस के बारे में दिए गए पुराने बयानों का भी हवाला दिया।
अधीर रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा था कि वो राहुल गांधी और कांग्रेस के बारे में क्या राय रखती हैं। उन्होंने कांग्रेस की तुलना गंदे तालाब से की थी। अब क्या हुआ, कांग्रेस अच्छी हो गई? अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि न कुछ बदला है और न बदलेगा। अधीर रंजन ने ये भी कहा कि जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली, तब भी ममता बनर्जी ने समर्थन में कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हमें बुलाया इसे वहीं तक रखें। पूरा देश जानता है कि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस लड़ती है।