चंडीगढ़। पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध के मामले में पंजाब कांग्रेस में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और उनकी सरकार के कामकाज के तरीके पर सवाल उठने लगे थे। अब कांग्रेस के ही एक विधायक ने टीवी चैनल के स्टिंग में पुलिस की निष्क्रियता का खुलासा होने के बाद पंजाब के डीजीपी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर दी है। परमिंदर सिंह पिंकी फिरोजपुर से कांग्रेस के निवर्तमान विधायक हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीएम एक संस्था है। पीएम किसी एक दल के नहीं, बल्कि देश के होते हैं। सच ये है कि पुलिस विभाग ने कहीं न कहीं लापरवाही की है। सुरक्षा में सेंध पर बहस की जगर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना के वक्त पंजाब के डीजीपी रहे सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
इससे पहले भी कांग्रेस के नेताओं ने अपनी ही पार्टी के सीएम चन्नी पर इस मामले में सवाल उठाए थे। राज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने घटना के दिन ही ट्वीट कर चन्नी सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा था कि इस मामले में सरकार ने ठीक से काम नहीं किया। इसके अलावा पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने भी सवाल खड़े किए थे। मनीष तिवारी ने कहा था कि घटनास्थल पाकिस्तान की सीमा से महज 30 किलोमीटर दूर था और पीएम मोदी उस वक्त पाकिस्तानी सेना की तोपों के निशाने पर ही हो सकते थे। मनीष तिवारी ने भी पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी।
वहीं, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी लगातार कहते रहे हैं कि पीएम की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था। चन्नी ने दावा किया था कि पीएम और प्रदर्शनकारियों के बीच 1 किलोमीटर की दूरी थी। उनका ये दावा एक वीडियो से झूठा साबित हो गया था। इस वीडियो में साफ दिख रहा था कि मोदी जहां अटके थे, उससे करीब 200 मीटर पर प्रदर्शनकारी थे। अब स्टिंग ऑपरेशन में भी पुलिस के अफसर कह रहे हैं कि आंदोलनकारियों में किसान नहीं, कट्टरपंथी तत्व थे।