नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। पाक रक्षा मंत्री के इस बयान ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी। भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान पर भड़कते हुए यह बात कही। पाक के रक्षा मंत्री ने कहा था कि हम अनुच्छेद 370 और 35A पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के रुख से सहमत हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी। पिछले कुछ वर्षों से राहुल गाँधी देशवासियों की भावनाओं…
— Amit Shah (@AmitShah) September 19, 2024
गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कांग्रेस को घेरते हुए लिखा कि पिछले कुछ वर्षों से राहुल गाँधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं। एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने हों, या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करना हो, राहुल गाँधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है, इसलिए कश्मीर में न तो आर्टिकल 370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद।
Watch: BJP leader Manjinder Singh Sirsa says “Pakistan’s Defense Minister said in a TV interview that Pakistan sees a common stance between Congress and the National Conference regarding Article 370. He mentioned that if Congress or an NCP government comes to power, they would… pic.twitter.com/hlhBFiYPGt
— IANS (@ians_india) September 19, 2024
वहीं, इसी मुद्दे पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा बोले कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने का कहना है कि पाकिस्तान अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच एक समान रुख देखता है। इसका मतलब यह है कि अगर जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन की सरकार सत्ता में आती है, तो वो पाकिस्तान की मांगों के साथ जुड़ेंगे। कांग्रेस और चीन एक ही एजेंडा को साझा करते हैं और जो भी चीन चाहता है, कांग्रेस उसे लागू करती है। कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस हमेशा से ही उन लोगों का समर्थन करती आई हैं जो देश को विभाजित करना चाहते हैं, राहुल गांधी सत्ता हासिल करने के लिए खुद को देश के दुश्मनों के साथ जोड़ लेते हैं।