नूंह। हरियाणा के मेवात इलाके के नूंह में बीते 31 अगस्त को नल्हड़ महादेव मंदिर से विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की ब्रजमंडल यात्रा के दौरान जमकर सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। हिंसा बाद में गुरुग्राम के सोहना और बादशाहपुर के अलावा पलवल तक फैली थी। हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की जान गई थी। दर्जनों गाड़ियों और दुकानों को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था। इस दौरान नूंह के साइबर थाने पर भी उपद्रवियों ने हमला किया था। हरियाणा सरकार में गृहमंत्री अनिल विज ने इस गंभीर बताया था। उनका कहना था कि नूंह में हो रहे साइबर क्राइम के अहम सबूत साइबर थाने में रखे हैं। अब खुलासा हुआ है कि इन सबूतों को नष्ट करने की साजिश दंगाइयों ने रची थी।
अब तक झारखंड के जामताड़ा से ही साइबर क्राइम की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन बीते कुछ समय से नूंह इस तरह के अपराध का मुख्य अड्डा बन गया है। बीते दिनों पुलिस ने नूंह में बड़ी छापेमारी कर 100 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी का खुलासा भी किया था। पुलिस ने इस मामले में नूंह के 14 गांवों से 65 साइबर क्राइम करने वालों को गिरफ्तार भी किया था। नूंह में साइबर थाने पर हमले के मामले में अब सरकार का दावा है कि यहां सबूतों को मिटाने की साजिश रची गई थी। इसी थाने में नूंह से हुए साइबर क्राइम के सारे दस्तावेज रखे हैं। उपद्रवी हालांकि, थाने से सबूत मिटाने में नाकाम रहे। पुलिस ने उनको यहां से खदेड़ दिया था।
इस बीच, गुरुग्राम के सोहना और बादशाहपुर हिंसा के मामले में पुलिस ने 29 एफआईआर दर्ज कर अब तक 51 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि, 67 अन्य को हिरासत में लेकर उनके बारे में जांच की जा रही है। नूंह में सांप्रदायिक हिंसा का नंगा नाच करने वालों पर भी कार्रवाई जारी है। इस मामले में राजस्थान से 8 आरोपियों को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान में हरियाणा पुलिस की छापेमारी जारी है। नूंह समेत अन्य जगह हिंसा के मामले में अब तक 200 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। उधर, नूंह समेत कुछ अन्य जिलों में इंटरनेट पर अब 8 अगस्त तक पाबंदी लगा दी गई है। आज नूंह में सुबह 9 बजे से तीन घंटे के लिए ढील दिए जाने का फैसला भी प्रशासन ने किया है। ताकि लोग जरूरत की चीजें खरीद सकें।