बेंगलुरु। कोरोना का नया वैरिएंट भारत आ गया है। इसका नाम ‘ईटा’ रखा गया है। इससे पहले इस वायरस के अल्फा, बीटा, डेल्टा और गामा वैरिएंट आ चुके हैं। इनमें से डेल्टा वैरिएंट ने भारत समेत पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हाहाकार मचाया था। नया वैरिएंट आने से हड़कंप मच गया है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या मौजूदा वैक्सीन इस वैरिएंट पर कारगर होंगी।
जानकारी के मुताबिक दुबई से आए एक शख्स में 5 अगस्त को कोरोना का ईटा वैरिएंट मिला। इससे पहले इसी साल अप्रैल में निमहांस की ओर से कहा गया था कि लैब में स्वॉब टेस्टिंग के दौरान दो लोगों में ईटा वैरिएंट कोरोना वायरस मिला है। ईटा वैरिएंट का वैज्ञानिक नाम बी.1.525 रखा गया है। बताया जा रहा है कि इसमें ई484के म्यूटेशन है। यह म्यूटेशन अल्फा, बीटा और गामा के म्यूटेशन जैसा नहीं है। यह वैरिएंट कम खतरनाक अल्फा म्यूटेशन से भी मिलता जुलता है। इससे लगता है कि फिलहाल इससे बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने अभी कोरोना के ईटा वैरिएंट को खतरनाक भी घोषित नहीं किया है। अब तक भारत में पहली लहर के दौरान अल्फा और दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वैरिएंट ही सामने आए थे। अब सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या इसके खिलाफ कोरोना की सारी मौजूदा वैक्सीन कारगर होंगी ?
फिलहाल सारी कोरोना वैक्सीन अल्फा, बीटा और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ कारगर हैं। हालांकि, वैक्सीन लगवाने वाले लोग खुद कम बीमार पड़ेंगे, लेकिन वे वायरस को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं। इसे देखते हुए मोदी सरकार देशभर में व्यापक पैमाने पर वैक्सीनेशन का काम चला रही है। इस साल दिसंबर तक देश के 113 करोड़ लोगों को पूरी तरह वैक्सीन लगाने का इरादा तेजी से आगे बढ़ रहा है।