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Coronavirus: कोरोना की वैक्सीन को लेकर आई बहुत बड़ी खबर, जानकर खुश हो जाएंगे आप

Coronavirus: तमिलनाडु पुलिस के एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों पर की गई इस स्टडी से वैक्सीन लगवाने के प्रति जनता को और जागरूक किया जा सकेगा। ICMR के अनुसार अब तक आए कोरोना के सभी वैरिएंट में से सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट को भी कोवीशील्ड और कोवैक्सीन ने ज्यादातर मामलों में मात दे दी।

नई दिल्ली। कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश में लग रही कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के असर के बारे में बहुत बड़ी खबर आई है। इस खबर ने कोरोना से जारी जंग को जीतने के लिए उत्साह को बढ़ाने का काम किया है। वैक्सीन से जुड़ी इस बड़ी जानकारी को देशवासियों के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी ICMR लेकर आया है। काउंसिल ने वैक्सीन के असर पर एक स्टडी की है। इस स्टडी के मुताबिक कोरोना की वैक्सीन के दो डोज लेने वाले लोगों में से दूसरी लहर में 95 फीसदी को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया गया। जबकि, एक डोज लेने वाले लोगों में से 82 फीसदी की जान बच गई।

Coronavirus

तमिलनाडु पुलिस के एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों पर की गई इस स्टडी से वैक्सीन लगवाने के प्रति जनता को और जागरूक किया जा सकेगा। ICMR के अनुसार अब तक आए कोरोना के सभी वैरिएंट में से सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट को भी कोवीशील्ड और कोवैक्सीन ने ज्यादातर मामलों में मात दे दी।

Corona Vaccine

स्टडी के आंकड़े देते हुए ICMR ने कहा है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हर 1000 लोगों में मौत सिर्फ 1.7 की हुई। जबकि, वैक्सीन की एक डोज लेने वाले हर 1000 लोगों में सिर्फ 0.21 ने ही जान गंवाई। वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले हर 1000 लोगों में मौत का आंकड़ा महज 0.06 रहा। इन आंकड़ों से साबित होता है कि देश में बनी दोनों वैक्सीन कोरोना के सभी वैरिएंट के खिलाफ पूरी तरह असरदार रही। हालांकि, ICMR ने ये भी साफ कर दिया है कि वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। इसमें हाथों का सैनेटाइजेशन और मास्क लगाकर बाहर जाना शामिल है। ऐसा करने से इस खतरनाक बीमारी से बचने की संभावना 90 फीसदी से ज्यादा हो जाती है।