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दिल्ली में IGI Airport पर चाहिए क्वारंटाइन फैसिलिटी, तो करनी पड़ेगी जेब ढीली

विदेशों में रहने वाले हजारों भारतीय खुद को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए वतन वापसी करना चाहते हैं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इन भारतीयों की मदद के लिए विमान सेवा बहाल करने की बात कही है।

नई दिल्ली। पूरा देश कोरोना के उस चरण में पहुंचता जा रहा है जिसमें एक दिन में सबसे अधिक मामले देखे जा रहे हैं। इस खतरनाक वायरस का व्यापक असर अब पूरे भारत में तेजी से हो रहा है। भारत में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 52, 952 है। वहीं अबतक इस वायरस की वजह से 1783 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 15,267 लोग अबतक ठीक हो चुके हैं। लेकिन भारत के अलावा दुनिया के लगभग हर देश में कोरोना का प्रभाव दिखाई दे रहा है।

Corona

ऐसे में विदेशों में रहने वाले हजारों भारतीय खुद को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए वतन वापसी करना चाहते हैं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इन भारतीयों की मदद के लिए विमान सेवा बहाल करने की बात तो कही है।लेकिन, साथ में यह शर्त भी रख दी है कि उन्‍हें इस सुविधा का लाभ उठाने के एवज में एयर फेयर का भुगतान करना होगा।

उड्डयन मंत्रालय के इस फैसले के बाद अब दिल्‍ली सरकार के रूख में भी बदलाव आया है। दिल्‍ली सरकार ने फैसला किया है कि उड्डयन मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे ‘पेड रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन’ के जरिए दिल्‍ली एयरपोर्ट पहुंचने वाले सभी यात्रियों को पेड कवारंटाइन फैसिलिटी उपलब्‍ध कराई जाएगी।अब एयरपोर्ट पहुंचने वाले मुसाफिरों के पास सिर्फ इंस्‍टीट्यूशनल क्‍वारंटाइन का विकल्‍प उपलब्‍ध होगा।जिसके एवज में उन्‍हें निश्चित शुल्‍क दिल्‍ली सरकार को भुगतान करना होगा। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि क्‍वारंटाइन के एवज में लिया जाने वाला शुल्‍क कितना होगा।

आपको बता दें कि अब तक एयरपोर्ट पहुंचने वाले मुसाफिरों को न केवल नि:शुल्‍क क्‍वारंटाइन की सुविधा मिलती थी, बल्कि उनको क्‍वारंटाइन के लिए दो विकल्‍प दिए जाते थे. पहला विकल्‍प 14 दिनों के होम क्‍वारंटाइन का होता था, जबकि दूसरा विकल्‍प इंस्‍टीट्यूशनल क्‍वारंटाइन का होता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है। दिल्‍ली सरकार ने नया आदेश जारी कर होम क्‍वारंटाइन के विकल्‍प को खत्‍म कर दिया है। अब मुसाफिरों के पास सिर्फ इंस्‍टीट्यूशनल क्‍वारंटाइन पर जाने का विकल्‍प बचा है।

बता दें, दिल्‍ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन बहाल करने को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। फिलहाल, एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू करने में सबसे बड़ी अड़चन कोरोना वायरस का संक्रमण है। इस अड़चन को दूर करने के लिए दिल्‍ली एयरपोर्ट की संचालक संस्‍था दिल्‍ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक खाका तैयार है। इस खाके में एयरपोर्ट के उन पॉइंट्स की पहचान की गई है, जहां पर एयरपोर्ट कर्मी, मुसाफिर और उनकी सहूलियतों से जुड़ी चीजें एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं।

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इस कवायद के तहत, 15 ऐसी जगह तलाशी गई हैं जिन्हें डिस्‍इंफेक्ट करने के साथ ही कोरोना के संक्रमण से काफी हद तक बचा जा सकता है। आइए आपको सिलसिलेवार बताते हैं कि वह कौन से प्‍वाइंट जहां पर कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की सबसे ज्‍यादा संभावनाए हैं और इनको किस तरह सुरक्षित बनाया गया है।