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लॉकडाउन से पहले कोरोना केस डबल होने में लग रहे थे 3.4 दिन, अब लग रहा है इतना समय

सरकार ने कहा है कि देश में लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार कम हो गई है और मरीजों के डबलिंग रेट में काफी हद तक सुधार हुआ है।

नई दिल्ली। भारत में कई लोग लॉकडाउन की वजह से घरों से दूर फंसे हुए हैं। कई लोग क्वारन्टीन सेंटर में अपने परिजनों से दूर कैद हैं। इसके बावजूद भी लोग पेरशानी उठाकर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन कर रहे हैं तो इसका क्या परिणाम होगा ये जानकर आप खुश हो जाएंगे।

केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में लॉकडाउन की वजह से कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार कम हो गई है और मरीजों के डबलिंग रेट में काफी हद तक सुधार हुआ है। लॉकडाउन से पहले औसतन 3.4 दिन में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो जाती थी तो अब इसमें 7.5 दिन लग रहा है। 18 राज्यों का प्रदर्शन तो राष्ट्रीय औसत से भी बहुत बेहतर है। देश के दो राज्यों में यह औसत 1 महीने से अधिक का है।

Ministry of Health Lav Agarwal

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई ताजा जानकारी के अनुसार 9 राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी तक पहुंचने में 8 से 20 दिन का समय लग रहा है, जबकि 7 राज्यों में यह औसत 20 से 30 दिनों का समय है। केरल और ओडिशा दो ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना मरीजों की संख्या 30 दिन से अधिक समय में दोगुनी हो रही है।

Corona

गौरतलब है कि केंद्र सरकार कोरोना के खिलाफ एक सामूहिक लड़ाई के लिए लोगों को प्रेरित करने का काम कर रही है। गौर करने वाली बात ये है कि इस लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।