लखनऊ। कोरोनावायरस के मामले लगातार देशभर में बढ़ते जा रहे हैं। भारत का हर राज्य अपने स्तर पर कोविड-19 के खिलाफ महायुद्ध लड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोनावायरस को लेकर योगी सरकार बेहद सख्त है। हर जिले पर खुद मुख्यमंत्री लगातार नजर बनाए हुए हैं। लॉक डाउन के दौरान लोगों के घरों से बाहर निकलने पर रोक लगी हुई है। इसकी वजह से केवल अत्यंत आवश्यक काम होने पर ही बाहर जाने की अनुमति है। ऐसे में कई लोगों को जिन्हें किसी तरह की बीमारी है। उन्हें दवाइयां लाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार नए प्लान के साथ आई है।
उत्तर प्रदेश में अब आम लोग घर बैठे ही मोबाइल फोन की मदद से अपने शहर के डॉक्टरों से सलाह और इलाज प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने टेलिमेडिसिन की सुविधा शुरू की है। सरकार ने राज्य के विभिन्न जिलों के 722 डॉक्टरों की लिस्ट जारी की है। बता दें कि देश भर में जारी लॉकडाउन के चलते आम रोगों के मरीजों को मुश्किल आ रही है। ऐसे में यूपी सरकार की यह पहल बहुत ही लाभदायक साबित होगी।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए कॉल सेंटर नंबर जारी किए हैं। वहीं आम लोग इस लिस्ट का लाभ उठाकर अपने सामान्य रोगों से जुड़ी डॉक्टरी सलाह प्राप्त कर सकते हैं। इस लिस्ट में लखनऊ,कानपुर, आगरा, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज जैसे बड़े शहरों के साथ ही शामली, एटा, उन्नाव जैसे छोटे शहरों को भी शामिल किया गया है।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन जारी है। लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घरों में ही रहने के लिए कहा गया है। देश के ज्यादातर अस्पताल कोरोना वायरस के पेशेंट्स का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में दूसरे सामान्य एवं जटिल रोगों के मरीजों को डॉक्टरी इलाज प्राप्त करने में परेशानी आ रही है। इस प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार के इस नए फैसले के बाद बीमार लोगों को डॉक्टर का परामर्श और दवाइयां आसानी से मुहैया होंगी।