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चीन को इस तरह दिखाया जाएगा आईना, रक्षामंत्री राजनाथ जाएंगे मॉस्को, किसी चीनी नेता से नहीं करेंगे मुलाकात…

लद्दाख में चीन के साथ तनाव को लेकर रक्षा मंत्री चीनी नेताओं से ऐसे समय मुलाकात नहीं करने का फैसला किया है जब इस मुद्दे पर अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता जाहिर की है।

नई दिल्ली। चीन को कड़ा सबक सिखाने के लिए भारत सरकार पूरी तरह से जुट गई है। मोदी सरकार वैश्विक रूप से चीन को अलग-थलग करने में सफल हो रही है। इतना ही नहीं अब सभी देश चीन उद्दंडता और कायरता के लिए उसकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। बता दें कि पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद मोदी सरकार चीन पर कठोर कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।

india china flag

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रूस की यात्रा पर जा रहे हैं, लेकिन वह अपनी इस मॉस्को यात्रा के दौरान शीर्ष चीनी नेताओं से मुलाकात नहीं करेंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 22 जून को रूस रवाना होंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ये रूस यात्रा चीन को सबक सिखाने के उद्देश्य से बहुत महत्वपूर्ण है। अहम बात ये है कि इस आयोजन में खुद भारत को आमंत्रित किया गया है। ऐसे में भारत से चीन के तनाव को लेकर इस यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं।

Rajnath Singh

चीन के किसी नेता से नहीं करेंगे मुलाकात

बता दें कि रक्षामंत्री नाजी जर्मनी पर विजय हासिल करने की 75वीं वर्षगांठ पर शामिल होने के लिए रूस जा रहे हैं। राजनाथ सिंह के साथ भारतीय रक्षाकर्मी भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राजनाथ सिंह मॉस्को में शीर्ष रूसी नेताओं और अन्य देशों के नेताओं से मिलेंगे, लेकिन लद्दाख तनाव के चलते वह चीन के नेताओं से मुलाकात नहीं करेंगे।

Rajnath Singh

आपको बता दें  24 जून को द्वितीय विश्व युद्ध में रूस की जीत की 75वीं वर्षगांठ है। इस उपलक्ष्य में रूस ने राजधानी मास्को में एक भव्य ‘विक्टरी-डे परेड’ का आयोजन किया है। इसी परेड में शिरकत करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रूस की राजधानी मास्को जाने वाले हैं।

India china army

लद्दाख में चीन के साथ तनाव को लेकर रक्षा मंत्री चीनी नेताओं से ऐसे समय मुलाकात नहीं करने का फैसला किया है जब इस मुद्दे पर अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता जाहिर की है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने गलवान घाटी में भारतीय जवानों की शहादत पर श्रद्धांजलि व्यक्त की है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर शहीदों को नमन किया। माइक पोम्पिओ ने कहा, हम चीन के साथ हालिया टकराव के परिणामस्वरूप खोए हुए जीवन के लिए भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम सैनिकों के परिवारों, प्रियजनों और समुदायों को याद करेंगे, क्योंकि वे दुखी हैं।