लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में पीएसी के 10 कर्मियों को सम्मान स्वरूप प्रोन्नति आदेश प्रदान किये। इन कर्मियों में कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल पद पर प्रोन्नत 06 कर्मी तथा हेड कांस्टेबल से प्लाटून कमाण्डर पद पर पदोन्नत 04 कर्मी सम्मिलित हुए। उल्लेखनीय है कि पुलिस बल में कुल 6,107 पुलिस एवं पीएसी कर्मियों को पदोन्नत किया गया है। पीएसी के 5,042 कर्मी मुख्य आरक्षी तथा 717 प्लाटून कमाण्डर के पद पर पदोन्नत किये गये हैं। इसके अलावा अन्य संवर्गों में 348 पदोन्नतियां की गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने पुलिस व पीएसी कर्मियों की पदोन्नति के लिए गृह विभाग सहित सम्बन्धित संगठनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य के पुलिस बल के मनोबल व व्यावसायिक दक्षता को पूरी ऊर्जा और क्षमता के साथ बनाये रखने के लिए समयबद्ध ढंग से कार्यवाही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक राजकीय कर्मी को उसकी योग्यता और क्षमता के अनुरूप शासकीय व्यवस्था के अनुसार आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी कर्मियों को एक संवर्ग से दूसरे संवर्ग में ले जाने के दृष्टिगत उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। पीएसी कर्मियों की पदोन्नति से वर्षों से लम्बित समस्या का समाधान हो गया है। सभी पदोन्नत कर्मियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में प्रमोशन की कार्यवाही सम्पन्न की गयी है। पुलिस बल भी प्रदेश की जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पूरी अपनी क्षमता व दक्षता के साथ कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में वर्तमान सरकार के आने के बाद पीएसी की समाप्त कम्पनियों को पुनर्स्थापित किया गया है। आवश्यक भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। सभी पीएसी कम्पनियां अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आपदा नियंत्रण के लिए प्रदेश के अपने बल के रूप में एसडीआरएफ का गठन किया गया है।