नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कहती है कि दिवाली के पटाखों की वजह से देश की राजधानी में आबोहवा खराब होती है। धुंध हो जाती है और सांस के मरीजों को पटाखे के धुएं से दिक्कत होती है। दिल्ली सरकार के इन्हीं दावों को सुप्रीम कोर्ट ने भी सही मानते हुए दिवाली पर दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन लगा रखा है। अब जरा दूसरा पहलू भी देख लेते हैं। दूसरा पहलू ये कि अभी दिवाली में काफी दिन हैं। पटाखे भी कोई नहीं चला रहा है, लेकिन दिल्ली समेत एनसीआर के तमाम इलाकों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। दिल्ली के धौला कुआं इलाके में मंगलवार यानी आज वायु प्रदूषण को मापने वाले एक्यूआई इंडेक्स 303 दर्ज किया गया। वहीं, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 299 है। नोएडा में 229, गाजियाबाद में 220, गुरुग्राम में एक्यूआई 182 और फरीदाबाद में 256 दर्ज हुआ है। यानी दिल्ली ही नहीं, बल्कि आसपास के सभी इलाके खराब हवा के कारण लोगों के जी का जंजाल बने हुए हैं।
#WATCH | Overall air quality in Delhi continues to be in ‘Very Poor’ category with the latest AQI being 303 as per SAFAR-India.
Visuals from Dhaula Kuan. pic.twitter.com/bz0c0zK6fa
— ANI (@ANI) October 24, 2023
इससे पहले सोमवार को दिल्ली का एक्यूआई 263 रहा था। एनसीआर में ग्रेटर नोएडा में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण था। वहीं, गुरुग्राम में सबसे कम दर्ज हुआ था। आज सुबह दिल्ली और आसपास के इलाकों में जब लोग सोकर उठे, तो चारों तरफ धुंध छाई हुई थी। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 6 दिन भी हालात बेहतर नहीं होने वाले हैं। दिल्ली और आसपास के इलाकों में रहने वालों को वायु प्रदूषण से सिर्फ बारिश ही निजात दिला सकती है। एक पश्चिमी विक्षोभ अभी सक्रिय है, लेकिन दिल्ली और एनसीआर के इलाकों पर इसकी कृपा होने की उम्मीद कम ही है। जानकारों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में किसान पराली जला रहे हैं। इससे भी दिल्ली और एनसीआर में हवा जहरीली हो रही है। हर साल ऐसा होता है, लेकिन अब तक पराली जलाने पर पूरी तरह रोक किसी भी राज्य की सरकार लगा नहीं सकी है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि सुबह के वक्त अभी दिल्ली और आसपास धुंध दिखेगी। वायु प्रदूषण का स्तर बहुत ही खराब रहेगा। बुधवार को भी हवा उत्तर-पश्चिम दिशा में बहने वाली है। इससे वायु प्रदूषण बने रहने के आसार हैं। पार्टिकुलेट मैटर भी हवा में काफी है। दिल्ली में बीते कल पीएम 2.5 की मात्रा 124 थी। वहीं, पीएम 10 की मात्रा 215 रही थी। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में घना कोहरा और दमघोंटू हवा हर साल की तरह बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में फिलहाल बिना पटाखेबाजी के ही दिल्ली के लोगों को वायु प्रदूषण का खतरनाक स्तर झेलना पड़ रहा है।