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Video: कुर्ता-पजामा पहनने पर स्कूल के प्रिंसिपल को सबके सामने जलील करना DM को पड़ा भारी, लोगों ने की अफसर को सस्पेंड करने की मांग

Video: दिल्ली के बीजेपी के प्रवक्ता अजय सहरावत ने भी वीडियो को शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘कौन हैं ये घमंडी और बदतमीज DM, जिसे हिंदुस्तानी वेशभूषा से दिक्कत हैं और नेताओं से भी। वीडियो बनाकर इस तरह से टीचर को बेइज्जत करना क्या सही है?’।

नई दिल्ली। क्या किसी की पहचान उसके कपड़ो से करना सही है?, कपड़ों के लिए किसी को बेइज्जत करना कितना सही है?…हम ये सवाल पूछने के लिए इसलिए मजबूर हैं क्योंकि बिहार से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानने के बाद आपके मन भी इसी तरह के सवाल आने लगेंगे। दरअसल, यहां DM को हेडमास्टर का कुर्ता पजामा पहनना बुरा लगा गया कि छात्रों के सामने ही डीएम ने हेडमास्टर के साथ आपत्तिजनक भाषा में बातें की। इतना ही नहीं खुद कैमरा लेकर पहुंचे डीएम ने छात्रों के सामने ही हेडमास्टर पर चिल्लाना शुरू किया और सैलरी रोकने से लेकर सस्पेंड करने तक की बात कर दी। अब जब इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया तो आम लोगों के साथ ही कई IAS और IPS अधिकारियों ने भी ट्वीट कर हेडमास्टर को फटकार लगाने वाले DM पर कार्रवाई की मांग की है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन वीडियो बिहार के लखीसराय जिले के डीएम संजय कुमार सिंह नजर आ रहे हैं जो कि कन्या प्राथमिक विद्यालय बालगुदर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इसी दौरान जब डीएम साहब की नजर स्कूल के प्रिंसिपल निर्भय कुमार सिंह के पहनावे पर पड़ी तो वो आग बबूला हो गए। डीएम साहब ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को तक फोन मिला दिया और उन्होंने प्रिंसिपल के पहनावे को ‘नेता टाइप’ बताया।

अब डीएम का ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है। मामले को लेकर 1985 बैच के IAS अधिकारी संजीव गुप्ता का भी रिएक्शन सामने आया है। संजीव गुप्ता ने इस वीडियो को देखने के बाद अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, ‘कोलोनियल मानसिकता के साथ ऐसा असभ्य व्यवहार करना एक सिविल सर्वेंट के लिए निंदनीय और अशोभनीय है। भारतीय पहनावे (ना की काम) के लिए  एक शिक्षक की आलोचना की जा रही है। पसीना ➡️ गमछा। आईआईटी कानपुर में कुछ शिक्षक और हम लोग पजामा/कुर्ता पहना करते थे। इस मामले को मैंने चीफ सेक्रेटरी तक पहुंचा दिया है।’

IRTS संजय कुमार ने भी मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए डीएम के व्यवहार की निंदा की है।  IRTS संजय कुमार ने लिखा, ‘यह ऑफिसर जैसा व्यवहार नहीं है. एक लीडर कभी भी पब्लिकली अपने टीम मेंबर को नीचा नहीं दिखाता है। उनके साथ गरिमा और सम्मान के साथ पेश आएं। निंदनीय व्यवहार। इस तरह के दुर्व्यवहार कई लोगों को अच्छा लगता है, इसलिए वे लोग अपने साथ लाइव कवरेज के लिए रिपोर्ट्स को साथ ले जाते हैं। ताकि वे लोग खुद को सख्त और समझदार दिखा सकें।’

बिहार के संघर्षशील शिक्षक संघ ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अपमान करने का अंत होता है. शिक्षक के जीवन को नर्क बना कर रख दिया है बिहार सरकार ने। अगर सरकार शिक्षकों का सम्मान वाकई में करती है तो इस DM पर कार्रवाई करने की जरूरत है, अन्यथा शिक्षा व्यवस्था सही होना मुश्किल है।’

दिल्ली के बीजेपी के प्रवक्ता अजय सहरावत ने भी वीडियो को शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘कौन हैं ये घमंडी और बदतमीज DM, जिसे हिंदुस्तानी वेशभूषा से दिक्कत हैं और नेताओं से भी। वीडियो बनाकर इस तरह से टीचर को बेइज्जत करना क्या सही है?’।