नई दिल्ली। डॉक्टर्स डे के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया साथ ही कोरोनावायरस के समय लोगों को बचा रहे डॉक्टर्स को धन्यवाद किया। साथ ही महामारी के दौरान लोगों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा चुके डॉक्टरों को श्रद्धांजलि भी दी। इस दौरान योग के फायदों को लेकर शोध करने के लिए IMA से अपील भी की। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि योग से क्या फायदा होता है इस पर शोध किया जाए। डॉक्टर जब योग पर शोध करते हैं तो लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, तो क्या IMA इस तरह की स्टडी को मिशन मोड पर लेकर आगे बढ़ा सकता है।
डॉक्टरों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कई मेडिकल साइंस संस्थान योग पर स्टडी कर रहे हैं कि आखिर किस तरह कोरोना से पीड़ित लोग योग करने से ठीक हो रहे हैं। वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान डॉक्टरों की जमकर तारीफ भी की उन्होंने कहा कि ‘डॉक्टरों के ज्ञान और अनुभव के चलते कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिली रही है, हेल्थ सेक्टर के बजट को भी सरकार की ओर से दोगुना कर दिया गया है।’
आपको बता दें कि देशभर में 1500 से ज्यादा डॉक्टरों की मौत का कारण कोरोनावायरस ही है। IMA ने कहा योग से किसी तरह का मतभेद नहीं है और हम पीएम की अपील का पूरा सम्मान करते हैं।
IMA के पूर्व अध्यक्ष का बयान
प्रधानमंत्री के अपील किए जाने के बाद IMA के पूर्व अध्यक्ष का बयान सामने आया है। उन्होने कहा इसमें किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है। देश में योग इंस्टीट्यूट बनाए गए हैं, और योग को नई सांइस का दर्जा भी दिया जा रहा है। इसके साथ उन्होंने कहा कि हम रामदेव के साथ हैं। इस दौरान सरकार से कहा कि सरकार इसके लिए और फंड आवंटित करे। इन सब साइंस को जो इससे संबंधित हैं सभी को प्रमोट भी किया जाना चाहिए। कोरोना महामारी के लिए चल रही लड़ाई में सबसे बड़ा योगदान डॉक्टरों का रहा है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की, ताकि कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई को मजबूती से लड़ा जा सके।
इसके साथ ही पीएम ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारत कोरोनावायरस को हराएगा साथ ही और विकास के नए आयाम भी हासिल होंगे। इसके साथ देशवासियों से अपील की कि डॉक्टर्स की ओर से दिए जा रहे निर्देशों का पालन करे।