अयोध्या। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए बस 7 दिन का समय और है। 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा का काम बतौर यजमान करेंगे। मोदी और 8000 के करीब विशिष्ट अतिथियों और साधु-संतों की मौजूदगी में भगवान रामलला के नए विग्रह की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके लिए राम मंदिर के भूतल को पूरी तरह तैयार किया जा रहा है। तमाम काम हो चुके हैं और बाकी काम को भी जल्द से जल्द निपटाया जा रहा है। राम मंदिर को राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से बनाया गया है। प्राचीन नागर शैली में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। इस मंदिर को बनाने में किसी भी जगह लोहे का उपयोग नहीं किया गया है। पहले देखिए राम मंदिर की बाहर से ताजा तस्वीर।
राम मंदिर के गर्भगृह, नृत्य मंडप और कीर्तन मंडप को भी पूरी तरह तैयार किया जा रहा है। मंदिर के भीतर संगमरमर की दीवारें हैं। इन दीवारों पर मूर्तियों को शिल्पियों ने बड़ी मेहनत से उकेरा है। भूतल पर मंदिर के 14 दरवाजे हैं। इन दरवाजों को महाराष्ट्र से सागौन की लकड़ी लाकर तैयार किया गया है। इन दरवाजों को सोने के पत्र से मढ़ा गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर में लगाए गए सोने से मढ़े दरवाजों की ताजा तस्वीरें जारी की हैं। देखिए किस तरह गर्भगृह में सोने से जड़े दरवाजे को कारीगरों ने मेहनत से लगाया।
सोने के पत्र से दरवाजों को मढ़ने से पहले लकड़ी के ऊपर तांबे के पत्र लगाए गए। उन तांबे के पत्रों पर डिजाइन उकेरी गई। उन्हीं डिजाइन के मुताबिक सोने के पत्रों को भी तैयार किया गया और फिर तांबे के पत्रों के ऊपर इनको फिट किया गया है। सोने से मढ़े राम मंदिर के दरवाजे भगवान रामलला के दरबार को भव्य रूप देंगे। एक-एक दरवाजे पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 60 करोड़ रुपए की रकम खर्च की है। देखिए सोने से मढ़े राम मंदिर के एक और दरवाजे की फोटो।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर के साथ अयोध्या में भी काफी उत्साह है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से इस अवसर को अच्छे से मनाने का आग्रह किया गया है। मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा की शाम सभी घरों में 5 दीये जलाने का आग्रह भी लोगों से किया है। ऐसे में देशभर में लोग दीयों और अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी में भी जुटे हैं। रामचरितमानस की प्रतियां भी खूब बिकने की खबर बीते दिनों आई थी।