भोपाल। देश में इस समय एक तरफ कोरोना (Corona) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं तो वहीं ऑक्सीजन की कमी भी देखी जा रही है। हालांकि कई देश इस संकट के समय में भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। देश के कई राज्य भी इसी संकट से जूझ रहे हैं। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के साथ साथ राजधानी भोपाल में भी ऑक्सीजन (Oxygen Crisis) का भारी संकट था और इसी के चलते लगातार मौतें भी हो रही थी।
ऑक्सीजन की किल्लत के चलते एमपी सरकार को बाहर से ऑक्सीजन के टैंकर मंगवाने पड़ रहे थे, लेकिन तब भी ऑक्सीजन का आपूर्ती नहीं हो पा रही थी और लोगों तक मदद भी नहीं पहुंच पा रही थी। तब भोपाल के inox एयर प्रोडक्ट के कर्मचारियों ने 24 घंटे काम करके ऑक्सीजन तैयार की, जिससे अस्पताल में समय पर उसकी सप्लाई हो सके। ये सबके लिए एक मिसाल कायम की।
लिक्विड ऑक्सीजन बनाने वाली और उसे अस्पतालों तक पहुंचाने वाली 60 लोगों की टीम इस दौरान बिना हौसला खोए दिन रत काम में जुटे रही, जिससे लोगों के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम हो सके और समय पर पहुंच पाएं। इस दौरान यहां के कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव भी हुए, उन्होंने घरवालों की मृत्यु भी देखी लेकिन हौसले के साथ काम में जुटे रहे ताकि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी कोरोना पीड़ित मरीज की जान ना जाए।
इतना ही नहीं, कंपनी के कर्मचारियों ने ऑक्सीजन बनाने के लिए अपने घर और परिवार का त्याग भी किया जिसका नतीजा सबके सामने हैं। भोपाल में सिर्फ 4 दिन पहले जहां 105 मेटिक टन ऑक्सीज की जरूरत थी और 80 टन मिल रही थी, वहीं अब ऑक्सीजन की पूरी आपूर्ति हो रही है।