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DMRC: मेट्रो के ब्लू लाइन में तकनीकी खामी की वजह से मुसाफिरों का हाल हुआ बेहाल, घंटों करना पड़ा मेट्रो का इंतजार

ऐसे में सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों से यह साफ जाहिर होता है कि यात्रियों को बेशुमार दुश्वारियों से जूझना पड़ा है। मेट्रो परिसर में यात्रियों की आमद बढ़ती ही गई। वहीं, दिल्ली मेट्रो से जुड़े सूत्रों से जहां तक जानकारी मिल पाई है, उसके मुताबिक, यमुना बैंक और ब्लू लाइन के इंद्रप्रस्थ स्टेशन के बीच ट्रेन सेवाएं शाम 6.35 से रात 8 बजे तक प्रभावित रहीं। ये परेशानी द्वारका की तरफ जाने वाली यूपी लाइन पर ओएचई लाइन टूटने के कारण हुआ।

नई दिल्ली। अगर आप भी दिल्ली मेट्रो रेल के ब्लू लाइन से सफर करते हैं, तो आपके लिए ये खबर अच्छी नहीं है, क्योंकि यह खबर थोड़ी-सी आपको परेशान कर सकती है। दरअसल, दिल्ली मेट्रो का ब्लू लाइन पर किसी तकनीकी खामी की वजह से थम चुका है। लिहाजा मेट्रो थमने के परिणामस्वरूप यात्रियों का थमना तो लाजिमी ही है। ऐसे में यात्रियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। अब करे तो करे क्या। ब्लू लाइन भी ऐसे वक्त में दगाबाज निकला जब यात्रियों की भारी आमद घर जाने के लिए मेट्रो परिसर पर बनी रहती है।

हादसा

ऐसे में सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों से यह साफ जाहिर होता है कि यात्रियों को बेशुमार दुश्वारियों से जूझना पड़ा है। मेट्रो परिसर में यात्रियों की आमद बढ़ती ही गई। वहीं, दिल्ली मेट्रो से जुड़े सूत्रों से जहां तक जानकारी मिल पाई है, उसके मुताबिक, यमुना बैंक और ब्लू लाइन के इंद्रप्रस्थ स्टेशन के बीच ट्रेन सेवाएं शाम 6.35 से रात 8 बजे तक प्रभावित रहीं। ये परेशानी द्वारका की तरफ जाने वाली यूपी लाइन पर ओएचई लाइन टूटने के कारण हुआ। एक पक्षी के ट्रेन के ओएचई लाइन से टकराने के चलते यह परेशानी आई। हालांकि, यात्रियों की सुविधा के लिए बाद में उन्हें शटल सेवा प्रदान की गई थी। मेट्रो सूत्रों के मुताबिक, ब्लू लाइन में यबह खामी शाम 6 बजे ही शुरू हो गई थी , जिसके बाद यात्रियों को खासा समस्याओं का सामना करना पड़ा था।

हादसा

और लोग अपने घरों की ओर रवाना होने के लिए बस, ऑटो, टैक्सी का सहारा लेते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब यात्रियों को मेट्रो में किसी तकनीकी खामी की वजह से दुश्वारियों से जूझना पड़ा हो, बल्कि इससे पहले भी कई मौकों पर उन्हें दुश्वारियों से जूझना पड़ा है, लेकिन आमतौर पर यह देखा जाता है कि इन खामियों को दुरूस्त कर लिया जाता है।