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Uddhav thackrey: ‘पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, लेकिन अब.. उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की सरकार पर कथा जोरदार तंज

Uddhav thackrey: ये टिप्पणियां 8 जुलाई को स्पीकर राहुल नार्वेकर द्वारा जारी नोटिस के जवाब में आईं, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के 40 विधायकों और ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अक्षमता के आधार पर अयोग्यता याचिकाओं का जवाब देने का निर्देश दिया गया था।

नई दिल्ली। एक तरफ अजित पवार की बगावत के बाद महाराष्ट्र की सियासत में बवाल छिड़ा हुआ है तो दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे भी अब पहले से अधिक सक्रिय राजनीति कर रहे हैं। रविवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा अध्यक्ष से सुप्रीम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र का पालन करने और शिवसेना के दोनों गुटों के विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं पर निर्णय लेने का आग्रह करके राज्य में राजनीतिक माहौल खड़ा कर दिया है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस बयान में ठाकरे ने आगे कहा कि अगर यह मांग पूरी नहीं हुई तो वह देश की सर्वोच्च अदालत से न्याय की गुहार लगाएंगे। ये टिप्पणियां 8 जुलाई को स्पीकर राहुल नार्वेकर द्वारा जारी नोटिस के जवाब में आईं, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के 40 विधायकों और ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अक्षमता के आधार पर अयोग्यता याचिकाओं का जवाब देने का निर्देश दिया गया था।

uddhav thakrey and matoshree

उद्धव ठाकरे ने कहा पहले मैंने तो ऐसा होते हुए देखा है कि पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, लेकिन अब पार्टी भाग रही है। लेकिन मैं इस बात को दावे के साथ कह सकता हूं कि पार्टी भले ही भाग जाए, लेकिन लोगों में जोश है। आज मेरा स्वागत हुआ है। लोग कहते हैं चिंता मत करो, हम आपके साथ हैं।

महाराष्ट्र की प्रमुख राजनीतिक पार्टी शिवसेना के भीतर चल रही कलह अब इसके दोनों गुटों के बीच बड़े टकराव में बदल गई है। पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे और पार्टी के प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे के बीच दरार हाल के महीनों में तेज हो गई है, जिससे राजनीतिक दांव-पेंच और सत्ता संघर्ष की एक सीरीज सी शुरू हो गई है। इस नजे घटनाक्रम ने विभाजन को और गहरा कर दिया है और राज्य में एक बड़ा राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है।