नई दिल्ली। झारखंड में 2009-10 में खूंटी और चतरा जिले में मनरेगा घोटाला हुआ था। इस समय पूजा सिंघल इन जिलों में उपायक्त के रूप में पदस्थापित थी। लेकिन अब निलंबित हो चुकी हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार आईएएस (IAS) पूजा सिंघल से जुड़े मामले में छानबीन चल रही हैं। इस छानबीन के दौरान रोज नए- नए खुलासे हो रहे हैं। दुमका और पाकुड़ के खनन पदाधिकारियों से ईडी की अधिकारियों को पूछताछ के दौरान ब्लैक स्टोन का मामला सामने आया हैं। वहीं ED झारखंड की 6 जगहों और बिहार के मुजफ्फरपुर में एक साथ छापेमारी कर रही हैं।
रिमांड पर आईएएस पूजा सिंघल
मनी लॉन्ड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति की होने की वजह से आईएएस पूजा सिंघल की कुंडली को ED खंगालने में लगी हुई हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के 6 स्थानों और मुजफ्फरपुर के एक जगह पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जहां पर ED के हाथ बड़ा सुराग लग सकता हैं। इसके पहले भी बिहार के मुजफ्फरपुर में ईडी छानबीन कर चुकी हैं। ऐसे में ईडी की दोबारा छापेमारी कहीं किसी बड़े सुराग से रूबरू करवा सकती हैं। बता दें कि निलंबित पूजा सिंघल का बिहार से कलेक्शन रहा हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर में पूजा का ससुराल हैं। यहां मिठनपुरा के जगदीशपुरी मोहल्ले में इनका घर हैं।
पूजा की बढ़ी मुश्किलें
पूजा सिंघल अभी रिमांड पर हैं। निलंबिंत आईएएस पूजा सिंघल और उनके सीए समुन को प्रर्वतन निदेशालय की स्पेशल पीएमएलए (PMLA) कोर्ट में पेश किया गया था। इस दौरान ईडी द्वारा कोर्ट से पूजा की छह दिन की रिंमाड की डिमांड की गई थी। लेकिन 20 मई को कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड की मंजूरी दी थी। सीए सुमन होटवार जेल में हैं।
आपको बता दें कि सिंघल को जांच एजेंसी ने 11 मई को झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा फंड के कथित गबन से जुड़े मनी लान्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। ईडी ने चार राज्यों के कई स्थानों पर छापेमारी के बाद सिंघल को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने कथित तौर पर उसके सीए सुमन कुमार के आवास से 19 से 20 करोड़ रुपये के आसपास बरामद किए थे।