नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को फर्टिलाइजर घोटाले के मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के आवास सहित एक दर्जन से अधिक जगहों पर छापेमारी की। ईडी ने दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल में कई अन्य जगहों पर तलाशी ली।
ईडी के एक शीर्ष सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “ईडी इस मामले में देश भर में विभिन्न जगहों पर तलाशी ले रहा है। हमारी टीमें गुजरात में चार स्थानों पर, राजस्थान में छह स्थानों पर, पश्चिम बंगाल में दो और दिल्ली में एक स्थान पर तलाशी ले रही है।”
Enforcement Directorate is conducting searches at several locations in Rajasthan, West Bengal, Gujarat and Delhi, over fertiliser scam.
Raids being held at the premises of Agrasen Gehlot, brother of Rajasthan CM Ashok Gehlot and at the residence of former MP Badri Ram Jakhar. pic.twitter.com/Gtr4bntjTY
— ANI (@ANI) July 22, 2020
सूत्र ने यह भी कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर भी तलाशी ले रही है। सूत्र ने दावा किया कि अग्रसेन गहलोत के स्वामित्व वाली कंपनी म्युरिएट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर का निर्यात कर रही थी, जो निर्यात के लिए प्रतिबंधित है। एमओपी को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) द्वारा आयात किया जाता है और फिर इसे किसानों के बीच रियायती दरों पर वितरित किया जाता है।
Rajasthan: Enforcement Directorate is conducting raid at a company named Anupam Krishi in Jodhpur, it is owned by Agrasen Gehlot, brother of Rajasthan CM Ashok Gehlot.
Customs Department has prosecuted and levied a penalty of Rs 7 crores on the company. pic.twitter.com/Kn03tiBj53
— ANI (@ANI) July 22, 2020
हालांकि ईडी की इस कार्रवाई के समय को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। ईडी की छापेमारी के बाद भड़की कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि जब राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की केंद्र की कोशिश नाकाम हो गई, तब ईडी ने छापेमारी की है, जिसमें गहलोत के भाई के परिसर शामिल हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, “जब भी भाजपा किसी राज्य की सरकार को गिराने में विफल होती है तो वह ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का सहारा लेती है।”
सूत्रों के अनुसार, अग्रसेन गहलोत आईपीएल के अधिकृत डीलर थे और 2007-09 के बीच उनकी कंपनी ने रियायती दरों पर एमओपी खरीदा और इसे किसानों को वितरित करने के बजाय कुछ अन्य कंपनियों को बेच दिया। उन्होंने इसे इंडस्ट्रियल सॉल्ट के रूप में मलेशिया और सिंगापुर को निर्यात किया।
ईडी का यह तलाशी अभियान तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट द्वारा किए गए विद्रोह के बाद सामने आया है, जिसने राजस्थान में एक राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है। इसके बाद 14 जुलाई को पायलट को पार्टी ने तमाम पदों से हटा दिया था। जबकि राजस्व खुफिया निदेशालय ने 2012-13 में इस मामले का खुलासा किया था।