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Rajasthan: न्यूज़रूम पोस्ट की खबर का असर, कोटा के कैंसर पीड़ित मनोज की सहायता के लिए बढ़े हाथ, कलेक्टर ने भी मांगा जवाब

Rajasthan: दरअसल, कोटा में रंगबाड़ी निवासी मनोज वर्मा का कुछ समय पहले एक्सिंडेंट हुआ था जिसमे उनके मुंह पर छोटी सी चोट आयी थी। धीरे-धीरे कुछ समय पश्चात वो चोट कैंसर में बदल गयी जिसके इलाज में मनोज वर्मा की पूरी जमापूंजी, लगभग 8 लाख रुपये खर्च हो गए थे।

नई दिल्ली। सोनू सूद फाउंडेशन के नाम से कोटा के में कैंसर मरीज मनोज वर्मा से 31 हजार रुपये के लगभग की धोखाधड़ी हो गयी थी, जिस की जांच पड़ताल करने के बाद न्यूज़रूम पोस्ट ने 01 फ़रवरी को खबर लगाई थी। आज उस खबर का असर होता दिख रहा है। कलेक्टर ऑफिस के द्वारा सिटी एसपी एवं चिकित्सा विभाग को तुरंत कार्यवाही के लिए लिख दिया गया है। मनोज वर्मा के अकाउंट में मदद के लिए लोगो के जरिये धनराशि जमा होने लग गयी है। खबर के बाद कोटा के ही समाजसेवी और पूर्व कांग्रेसी नेता हिम्मत सिंह हाडा ने मनोज वर्मा से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलवाया ।हिम्मत सिंह ने राज्य सरकार की मौजूदा चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये। हिम्मत सिंह ने मनोज वर्मा के इलाज एवं अन्य आर्थिक जरूरतों के लिए लोगों से सहयोग के लिए अपील की।

दरअसल, कोटा में रंगबाड़ी निवासी मनोज वर्मा का कुछ समय पहले एक्सिंडेंट हुआ था जिसमे उनके मुंह पर छोटी सी चोट आयी थी। धीरे-धीरे कुछ समय पश्चात वो चोट कैंसर में बदल गयी जिसके इलाज में मनोज वर्मा की पूरी जमापूंजी, लगभग 8 लाख रुपये खर्च हो गए थे। अब आगे के इलाज एवं घर खर्च के लिए उनको वित्तीय सहायता की जरूरत थी जिसके लिए उनके मित्र-गणों के माध्यम से उनको डिजिटल माध्यम के द्वारा 31,000/- रुपये के लगभग की वित्तीय सहायता मिली थी, लेकिन सोनू सूद फाउंडेशन के नाम से मनोज की सहायता करने के नाम से अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर उनके मोबाइल को हैक किया और उक्त धनराशि की ठगी कर ली। मनोज के अकाउंट में मात्र 20/-रुपये छोड़े। मनोज के साथ हुई इस ठगी को न्यूज़रूम पोस्ट ने उजागर किया। खबर के बाद जिला कलेक्टर ऑफिस से मनोज के बारे में जानकारी अर्जित की गयी।

कोटा कलेक्टर ऑफिस के ट्विटर अकाउंट से मनोज की जानकारी जुटा कर सिटी एसपी को इसमें संज्ञान लेने के लिए आदेश दिया गया। एसपी ऑफिस ने इस मामले में संबंधित थाने को निर्देश दिया जिस पर कारवाही करते हुए पुलिस ने मनोज के घर जाकर रिपोर्ट लिखी। पुलिस ने मनोज के साथ हुई ठगी की विस्तार से जानकारी ली एवं उस पर जांच शुरू कर दी है। कलेक्टर ऑफिस द्वारा अधीक्षक कोटा मेडिकल कॉलेज को भी मामले में त्वरित एक्शन लेने के लिए लिखा गया है। खबर के बाद कोटा के कई भामाशाहों के द्वारा डिजिटल तरीके से, व्यक्तिगत उनके घर जाकर एवं अन्य माध्यम से वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया पर भी मदद के लिए लोगों से अपील की जा रही है।

हिम्मत सिंह हाडा ने जताया रोष-

कोटा के सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं पूर्व कांग्रेसी नेता हिम्मत सिंह हाडा ने खबर पढ़ने के बाद मनोज वर्मा के घर जाकर उनसे मुलाकात की और मनोज को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. हिम्मत ने कहा कि” राज्य सरकार ने कई चिकित्सा व्यवस्था कागजो में चला रखी है,जिनका जमीनी स्तर पर कोई नामोनिशान नहीं है। मुझे दुःख होता है, साथ ही गुस्सा भी आता है कि करोड़ो रुपये स्वास्थ्य योजनाओ के विज्ञापन पर खर्च किये जाते है,सरकार अपनी पीठ थप-थपाती है लेकिन हकीकत में जरूरतमंद को आज भी खुद को ही महंगा इलाज करवाना पड़ता है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के द्वारा भी पीड़ितों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाती है लेकिन जनता को कुछ नहीं मिलता। मनोज के साथ भी ऐसा ही हुआ, लेकिन मनोज के साथ कोटा के लोग खड़े है। सरकार तक उनकी बात पहुचायेंगे एवं जल्द ही उनको हर संभव मदद पहुंचायी जाएगी।”