नई दिल्ली। एक तरफ पूरे भारत में अब कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल मामले 300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में केंद्र मोदी सरकार ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सर्तक हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को खुद स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया। वहीं उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ओमिक्रॉन के खतरे के बीच अब यूपी में अगामी साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर कोरोना का संकट गहराने लगा है। जिस तरह से चुनावी रैली में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, उससे कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मड़राने लगा है। इसी के मद्देनजर ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से चुनावी रैलियों पर तुरंत प्रतिबंध लगाने और विधानसभा चुनाव स्थगित करने का सुझाव दिया था। जिस पर अब मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) की प्रतिक्रिया सामने आई है।
सुशील चंद्रा ने कहा कि अगले हफ्ते हम यूपी जाएंगे और वहां की स्थिति की समीक्षा करेंगे और फिर उचित फैसला लेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने ये भी बताया कि आयोग कोविड से निपटने के लिए तैयार और सारी तैयारियां हो चुकी है।
इससे पहले भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को टालने के संकेत दिए है। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की थी कि केंद्र की मोदी सरकार उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा सकती है। बता दें कि देश में लगातार कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जो कि एक बार सरकार और लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
वहीं कोरोना के ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते प्रसार को देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-9 के अफसरों की बैठक के बाद 25 दिसंबर की रात से नाइट कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया है। साथ ही किसी भी सार्वजनिक प्रोग्राम में 200 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। बता दें कि यूपी में नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा।