चंडीगढ़। चुनाव आते हैं तो पार्टियां घोषणापत्र जारी करती हैं। इन घोषणापत्रों में तमाम वादे होते हैं। नेता भी चुनावी जनसभाओं में वादों का पिटारा खोलते हैं, लेकिन आम तौर पर पार्टियां अपने किए वादे निभाती नहीं हैं। वादे न निभाने का आरोप कमोबेश हर पार्टी पर लगता है। तो क्या ऐसा कोई रास्ता है कि पार्टियां जो वादे करें, उन्हें निभाएं। ये रास्ता शिरोमणि अकाली दल के वयोवृद्ध नेता और पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने सुझाया है। बादल का कहना है कि पार्टियों के चुनावी घोषणापत्र को कानूनी बाध्यता के तहत लाया जाना चाहिए। कानून का डर होगा, तो पार्टियां अपने घोषणापत्र में किए गए वादे पूरे करेंगी। पंजाब में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं। अकाली दल, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सभी तमाम वादे अभी से कर रही हैं। बादल ने ऐसे में पार्टी के ट्विटर हैंडल पर वीडियो जारी कर घोषणापत्र को कानूनी जामा पहनाने की मांग कर दी है।
Contesting parties must fulfill their promises. It’s become a habit to make announcements to lure people for votes like the @INCPunjab has done & is still doing. There should be a legal binding to fulfill assurances made in manifestos: Ex Pb CM S. Parkash Singh Badal pic.twitter.com/QoroUGYL2C
— Shiromani Akali Dal (@Akali_Dal_) November 30, 2021
बादल ने अपने वीडियो में कहा है कि अब ऐसा हो गया है कि एलान करते रहो हो, बेशक कुछ भी न, लोगों की आंखों में धूल झोंकते रहो। कभी कहते हैं कि इतने लोगों को पक्का कर दिया और पक्के होने वाले कहते हैं हमें किसी ने पक्का नहीं किया। किसानों को अभी कितना बड़ा नुकसान हुआ है उसका जो मुआवजा मिलना चाहिए था, वह नहीं दिया गया है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी की सरकार जिम्मेदार है।
पूर्व सीएम ने कांग्रेस पर जोरदार हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों का रिकॉर्ड खराब है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जितने जुल्म सिखों पर किए हैं उतने तो अंग्रेजों और मुगलों ने भी नहीं किए। दरबार साहिब पर हमला, 1984 का कत्लेआम इसके उदाहरण हैं। कांग्रेस ने हमारी राजधानी छीन ली, पानी छीन लिया। सियासी और आर्थिक तौर पर नुकसान करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। बादल ने कहा कि कांग्रेस के सीएम ने ये तक कह दिया कि दरबार साहिब पर हमला ठीक है।