newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Covid JN.1 Variant: ऐसा है भारत में मिला कोरोना का नया जेएन.1 वैरिएंट, जानिए आपके लिए कितना है खतरनाक

कोरोना का नया वैरिएंट जेएन.1 भारत भी पहुंच चुका है और केरल व तमिलनाडु में इस वैरिएंट के मरीज मिले हैं। कोरोना यानी कोविड का ये नया वैरिएंट अब तक मिले सभी वैरिएंट से अलग है। जेएन.1 वैरिएंट पहले मिले बीए.2.86 वैरिएंट से ही आया है। जानिए कि ये आपके लिए कितना खतरनाक है।

नई दिल्ली। कोरोना का नया वैरिएंट जेएन.1 भारत भी पहुंच चुका है और केरल व तमिलनाडु में इस वैरिएंट के मरीज मिले हैं। कोरोना यानी कोविड का ये नया वैरिएंट अब तक मिले सभी वैरिएंट से अलग है। जेएन.1 वैरिएंट पहले मिले बीए.2.86 वैरिएंट से ही आया है। बताया जा रहा है कि ये पहले बड़े पैमाने पर प्रसारित हो चुके ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही एक अलग रूप है। कोरोना यानी कोविड का जेएन.1 वैरिएंट सिंगापुर और चीन समेत पहले कई देशों में मिल चुका है। ये वैरिएंट यूरोप और अमेरिका में भी मरीजों में मिला है। अब तक इस वैरिएंट से ज्यादा लोगों की जान नहीं गई है। ऐसे में इसे कम खतरनाक माना जा रहा है, लेकिन फिर भी केंद्र सरकार ने जेएन.1 वैरिएंट वाले कोरोना के प्रति राज्यों को सावधानी बरतने और लगातार टेस्ट करने के लिए कहा है।

CORONA

बीते दिनों केरल में एक बुजुर्ग महिला में जेएन.1 वैरिएंट का कोरोना मिला था। तमिलनाडु में भी विदेश से आए एक व्यक्ति में जेएन.1 वैरिएंट के कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। केरल की बात करें, तो यहां सोमवार को ही 111 नए कोरोना मरीज मिले हैं। केरल में हाल के दिनों में कोरोना से एक व्यक्ति की ही जान गई है। केरल में अभी कोरोना के 1634 एक्टिव मरीज हैं। केरल और उसके पड़ोसी कर्नाटक में सरकारों ने कोरोना को बड़े पैमाने पर फैलने से रोकने के लिए मास्क पहनने की सलाह लोगों को दी है। कर्नाटक की सरकार ने 60 साल या इससे ऊपर के बुजुर्गों के लिए मास्क पहनना जरूरी भी कर दिया है। पहले से जिनको गंभीर बीमारियां हैं, उनको अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए भी कहा गया है। फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि डर की अभी कोई वजह नहीं दिख रही है।

 

तमाम बीमारियों पर नजर रखने और शोध करने वाले आईसीएमआर की तरफ से कहा गया है कि केरल में जिस महिला में जेएन.1 वैरिएंट का कोरोना मिला था, वो बुजुर्ग होने के बावजूद जल्दी ही ठीक हो गईं। ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह ही जेएन.1 वैरिएंट में भी लक्षण ज्यादातर मरीजों में नहीं दिख रहे हैं। इसकी वजह से इससे ग्रस्त होने वाले लोगों को पता ही नहीं चलता कि उनको कोरोना ने अपनी गिरफ्त में लिया है। फिर भी हम सभी को सचेत रहने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना का वैरिएंट कभी भी किसी को गंभीर रूप से बीमार भी कर सकता है।