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100 साल की उम्र में मशहूर लेखक नगीनदास सांघवी का निधन, पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि

नगीनदास सांघवी ने मुबंई विश्वविद्यालय के कई महाविद्यालयों में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर रहने के अलावा समसामयिक राजनीतिक मुद्दों और महात्मा गांधी पर कई पुस्तकें लिखी थीं।

नई दिल्ली। गुजरात के सूरत में रविवार को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित प्रख्यात स्तंभकार नगीनदास सांघवी का निधन हो गया। सांघवी 100 साल के थे। उनके रिश्तेदारों ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें उम्र संबंधी परेशानियां थीं। सांघवी ने समसामयिक राजनीतिक मुद्दों और महात्मा गांधी पर कई पुस्तकें लिखी थीं।

Nagindas Sanghavi

सांधवी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट के जरिए अपनी संवेदनाएं प्रकट की। गुजराती में लिखे ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि, ट्वीट किया, ‘श्री नगीनदास सांघवी ज्ञानवान लेखक और चिंतक थे। उनके आलेखों और पुस्तकों में इतिहास एवं दर्शनशास्त्र का ज्ञान होता था और उनमें राजनीतिक घटनाक्रमों के विश्लेषण का असाधारण कौशल था। मुझे उनके निधन से दुख हुआ है। शोकसंतप्त परिवार एवं उनके पाठकों के लिए मेरी संवेदना है।’

Modi Sanghavi tweet

नगीनदास सांघवी ने मुबंई विश्वविद्यालय के कई महाविद्यालयों में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर रहने के अलावा समसामयिक राजनीतिक मुद्दों और महात्मा गांधी पर कई पुस्तकें लिखी थीं। गुजराती अखबारों में उनके लेख काफी पढ़ा जाता था।

Nagindas Sanghvai Pic

उनके निधन पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सांघवी को एक ऐसा व्यक्ति बताया जिन्होंने सामाजिक जीवन तथा देश एवं दुनिया के सामने मौजूद समस्याओं का गहन निरीक्षण किया और उनमें मुद्दों का गहराई से विश्लेषण करने की क्षमता थी।रूपाणी ने कहा कि उनके निधन से पत्रकारिता को गहरी क्षति हुई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी उनके निधन पर कहा कि, सांघवी श्रेष्ठ समसामयिक लेखकों में से एक थे।