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Delhi: एक बार फिर किसान आंदोलन की तैयारी, आज बैठक कर वक्त और एजेंडा तय करेंगे नेता

एक साल तक किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन किया था। पंजाब के ज्यादातर किसान इस आंदोलन में शामिल हुए थे। किसानों ने दिल्ली के कई बॉर्डर जाम कर दिए थे। वहीं, लालकिला तक ट्रैक्टर मार्च निकाला था और उस दौरान बड़ी हिंसा हुई थी।

नई दिल्ली। एक बार फिर किसान आंदोलन का खाका खींचने की तैयारी हो रही है। एक साल से ज्यादा समय तक दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के जत्थे लेकर बैठे संगठन एक बार फिर आंदोलन की तैयारी करते नजर आ रहे हैं। किसान संगठनों को लेकर आंदोलनकारियों ने संयुक्त किसान मोर्चा SKM बनाया था। इस मोर्चा की बैठक आज दिल्ली में होने जा रही है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ये बैठक गांधी शांति प्रतिष्ठान में होगी। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बताया गया है कि इस बैठक में बीते साल 9 दिसंबर को मोदी सरकार की ओर से दिए गए आश्वासन की समीक्षा होगी। साथ ही लखीमपुर खीरी मामले में अब तक हुई प्रगति पर भी चर्चा की जाएगी।

Farmers Meeting

बैठक में इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर राष्ट्रीय कार्यक्रम तय करने, संयुक्त किसान मोर्चा का संविधान बनाने, मोर्चा में फंड की स्थिति, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए स्मारक बनाने और पंजाब विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाले किसान संगठनों के बारे में भी चर्चा के बाद फैसला होगा। बैठक में किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, हन्नान मुल्ला, जेएस डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्का जी, युद्धवीर सिंह और योगेंद्र यादव हिस्सा लेंगे। इस बैठक में बीकेयू नेता राकेश टिकैत का नाम न होना काफी अचरज भरा दिख रहा है।

farmer protest

बता दें कि एक साल तक किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन किया था। पंजाब के ज्यादातर किसान इस आंदोलन में शामिल हुए थे। किसानों ने दिल्ली के कई बॉर्डर जाम कर दिए थे। वहीं, लालकिला तक ट्रैक्टर मार्च निकाला था और उस दौरान बड़ी हिंसा हुई थी। किसान आंदोलन को खालिस्तानी तत्वों की तरफ से भी समर्थन का खुलासा उस दौरान हुआ था। माना जा रहा है कि अब इस आंदोलन को एक बार फिर शुरू करने की तैयारी किसान संगठन कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांग अब एमएसपी पर कानून की है।