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किसान नेताओं के साथ मंत्रियों की बैठक समाप्त, 5 दिसंबर को होगी अगली बैठक

Live: कृषि कानूनों (Farmers Law 2020) के खिलाफ दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest) जारी है। गुरुवार को प्रदर्शन का आठवां दिन है। बता दें कि किसानों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार लगातार किसानों से बातचीत कर रही है और मामले को जल्द सुलझाने में लगी हुई है।

नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Farmers Law 2020) के खिलाफ दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest) जारी है। गुरुवार को प्रदर्शन का आठवां दिन है। किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं। आज दोपहर 12 बजे विज्ञान भवन में किसान और सरकार के बीच चौथे दौर की बैठक होगी। जिसमें 32 किसान संगठन और तीन संयुक्त मोर्चा के किसान नेता शामिल होंगे। सभी किसान संगठन तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं सरकार बीच का रास्त निकालने की कोशिश कर रही है। किसानों से चल रही वार्ता के बीच पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे। जहां किसान आंदोलन को लेकर आधे घंटे से ज्यादा उनकी बैठक हुई। जिसके बाद सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि प्रदर्शन का इकॉनोमी-राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है।

farmer protest

अपड़ेट

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेताओं ने अपना पक्ष रखा और सरकार ने अपना पक्ष रखा। तोमर ने कहा कि किसानों से अब सिर्फ 2-3 मुद्दों पर बात होनी है। किसानों में मंडी को लेकर चिंता है। सरकार ने भरोसा दिया है कि मंडियो को और मजबूत करेंगे। सिविल कोर्ट जाने की किसानों की मांग पर विचार किया जाएगा। फसल खरीदने वाले व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन होगा। तोमर ने कहा कि सरकार नए कृषि कानून में कुछ बदलाव करने को तैयार है।

आज किसान यूनियन के साथ भारत सरकार के चौथे चरण की चर्चा पूरी हुई। किसान यूनियन ने अपना पक्ष रखा और सरकार ने अपना पक्ष रखा : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, किसान यूनियन से मुलाकात के बाद


विज्ञान भवन में बैठक के दौरान किसान नेताओं के सवालों के जवाब में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमएसपी में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। इसे किसी भी रूप में छूने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार का स्पष्ट मत है कि अन्नदाताओं के हित के खिलाफ फैसला नहीं लिया जा सकता है और ना ही लिया जाएगा।


किसान संगठनों के नेताओं का कहना है कि बेहतर यही होगा कि इस विषय पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए और नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए।


गाजीपुर बॉर्डर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा) पर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। इतना ही नहीं प्रदर्शनाकरियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की भी कोशिश की।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ विज्ञान भवन में बैठक के लिए गए किसान ब्रेक के दौरान, सरकार द्वारा किए गए खाने के प्रबंध की जगह अपने लाए हुए खाने को बांटकर खाते हुए।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बाद अब किसानों के समर्थन में अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी पद्मभूषण सम्मान वापस कर दिया है।

कृषि कानून के विरोध में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटा दिया है। 2015 में उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया था।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम लोग किसानों के साथ हैं और अगर सरकार इनके साथ तानाशाही करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे। मैं चाहता हूं कि किसानों की मांग पर अमल हो। सरकार का असली उद्देश्य किसानों की जमीन छीनना और पूंजीपतियों को देना है।

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पहुंचे।

महाराष्ट्र कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए एक प्रस्ताव पास किया।

CPI कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक किया। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “सरकार को ये काले कानून वापिस लेने पड़ेंगे। अगर आज की वार्ता सफल नहीं होती है तो ये आंदोलन और तेज होगा।”

वहीं, किसान प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। जिसमें किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले दोनों किसानों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनका आवास पर पहुंचे थे। किसान आंदोलन को लेकर दोनों के बीच बैठक हुई थी। लगभग आधा घंटा ये बैठक हुई। जिसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि जल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम जल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कृषि कानूनों पर किसान नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई।

कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे।

विभिन्न किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच गए हैं। आज किसान कानूनों को लेकर किसान प्रतिनिधिमंडल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बैठक होगी।

गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार लगातार किसानों के साथ मुद्दों पर चर्चा कर रही है। आज वार्ता का चौथा दौर है और मैं सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर रहा हूं।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं।

किसानों से सरकार की बैठक से पहले राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस नहीं लिया गया तो ये किसानों के साथ धोखा होगा।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आज होने वाली बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी। सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा। अभी चलकर सरकार से बात करेंगे।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अपने आवास से रवाना हुए। नरेंद्र सिंह तोमर आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।

कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने किसान आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रया दी है। उन्होंने कहा कि एक-एक बिन्दु पर चर्चा होगी। हम बात करने के लिए हमेशा तैयार हैं, चर्चा करने के बाद ही कोई नतीजा निकलेगा। हम खुले मन से बात करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर सरकार बहुत स्पष्ट है, MSP था, है और रहेगा। इसमें किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए। सरकार प्रतिबद्ध है, लिखकर देने के लिए तैयार है।

केंद्र सरकार के साथ आज कृषि कानूनों पर होने वाली बैठक के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर से निकल चुके हैं। इस बारे में एक किसान नेता कहते हैं, “35 नेता सरकार से मिलने जा रहे हैं। हम शिक्षित किसान हैं, हम जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है। हम चाहते हैं कि इन कानूनों को वापस लिया जाए।”

गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर पर किसानों का एक समूह हवन करते नजर आया है। आज किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ होने वाली है।

कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों को आज केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से काफी उम्मीदें हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में जाएगा। इतनी संख्या में किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी से यहां पहुंच रहे हैं।”

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के संयुक्त सचिव सु​खविंदर सिंह का कहना है कि पूरे देश के 507 संगठन हैं, मोदी जी सबको क्यों नहीं बुलाते? केंद्र सरकार पूरे देश के संगठनों को बांट रही है उनमें फूट डालने की कोशिश कर रही है। ये लड़ाई पूरे देश के किसानों की है। हम बैठक में नहीं जाएंगे।

सिंधु बॉर्डर पर पंजाब-हरियाणा के किसानों को अपना समर्थन देने के लिए राजस्थान के किसान भी पहुंचे हैं।

गुजरात से आया किसानों का एक समूह कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम टीवी पर देख रहे थे कि ये आंदोलन हरियाणा और पंजाब का है, लेकिन ये आंदोलन पूरे हिन्दुस्तान के किसानों के लिए चल रहा है। हम इस आंदोलन का समर्थन करने आए हैं।”

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आज किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब तक प्रधानमंत्री जी समस्या का निदान नहीं करेंगे, तब तक किसान दिल्ली छोड़कर नहीं जाएंगे।”